Exclusive Interview: सोशल मीडिया स्टार, सिंगर मैथिली ठाकुर के साथ खास बातचीत
नई दिल्ली, जून 30। कहते हैं कि " कला किसी उम्र की मोहताज नहीं होती, ये वो सौगात है जो हर किसी के पास नहीं होती" । फेसबुक पर 10 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स, यूट्यूब पर 3.09 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स, इंस्टाग्राम पर 2.8 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स के साथ सोशल मीडिया स्टार के तौर पर अपने सुरों और अपनी बुलंद आवाज के साथ लाखों-करोड़ों दिलों पर राज करने वाली मैथिली ठाकुर ने वनइंडिया के साथ बातचीत की। ये बातचीत इसकी खूबसूरत रही कि मैथिली ने खुद माना कि उन्होंने इससे पहले कभी किसी इंटरव्यू में इतनी बातें नहीं की।
मैथिली के साथ बातचीत का सिलसिला तो शुरू हुआ, लेकिन वक्त कब बीत गया इसका अंदाजा ही नहीं लग सका। मधुर लोकगीत के साथ मैथिली के संग सवालों का सिलसिला शुरू हुआ। उन्होंने बड़ी सादगी और धैर्य के साथ हमारे सवालों के जवाब दिए। मैथिली के संग उनके भाई ऋषभ ठाकुर और अयाची ठाकुर ने बातचीत के इस माहौल को और संगीतमय बना दिया। इस बातचीत का पूरा वीडियो आप नीचे दिए लिंक पर जाकर देख सकते हैं।
संगीत के प्रति उनके लगाव से जुड़े सवाल पर मैथिली ने कहा कि उनके परिवार में उनके पिताजी और दादाजी शुरू से गाते रहे हैं। उनको देखकर ही वो बड़ी हुई हैं। संगीत के प्रति उनका बचपन से ही लगाव रहा है। मैथिली को उनके पिताजी से ही संगीत की शिक्षा मिली है। अभी भी उनके पिताजी मैथिली और उनके दोनों भाईयों ऋषभ ठाकुर और अयाची ठाकुर को संगीत की शिक्षा देते हैं और उनका मार्गदर्शन करते हैं।
संगीत और पढ़ाई के बीच तालमेल से जुड़े सवाल पर मैथिली ने कहा कि वो इन सबके बीच पढ़ाई को लेकर कभी लापरवाह नहीं होती। उन्होंने कहा कि हम तीनों ही पढ़ाई में अच्छे हैं। संगीत , व्लॉगिंग , फेसबुक लाइव इन सबके बीच हमारी प्राथमिकता पढ़ाई के प्रति रहती है। उन्होंने कहा कि अगर कोई बच्चा किसी दूसरी एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टिविटी में अच्छा होता है तो वो पढ़ाई में भी अच्छा कर सकता है।
रियलिटी शो से देश-विदेश में पहचान बनाने के बाद बॉलीवुड के बजाए सोशल मीडिया के जरिए अपनी पहचान बनाने का आइडिया मैथिली को उनके पिताजी से मिला। पिताजी हमेशा से उन्हें प्रेरित करते रहे कि वो फेसबुक, यूट्यूब के जरिए अपने लोकसंगीत, शास्त्रीय संगीत को लोगों तक पहुंचाए। मैथिली से कहा कि हमने कभी ये नहीं सोचा कि लोगों को कैसा लगेगा। हमने खुद के लिए ऐसा करना शुरू किया और फिर धीरे-धीरे लोगों को वो पंसद आने लगा।
अलग-अलग भाषाओं और शैलियों में गाने से जुड़े सवाल पर मैथिली ने कहा कि जब लोगों ने उन्हें फेसबुक , यूट्यूब पर पसंद करना शुरू किया तो हमेशा कुछ अलग करने की चाहत और उनके प्रदर्शकों से मिलने वाली तारीफ और सुझाव को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अलग-अलग भाषाओं में गाना शुरू किया। मैथिली और उनके भाईयों ने कहा कि वो अक्सर कोशिश करते हैं कि वो कुछ नया करें। जिसके लिए पूरी प्लानिंग , सोच-विचार करने के बाद तय किया जाता है। इन सबमें उनके पिताजी हमेशा उन्हें सही-गलत का सुझाव देते रहते हैं।
बिहार के मिथिलांचल से दिल्ली तक के अपने सफर पर मैथिली ने कहा कि परिवार के साथ उनके लिए ये सफर बेहद आसान हो गया। अपने भाईयों से बेहद करीब रहने वाली मैथिली कहती हैं कि उनके दोस्त भी यही है, जिसके साथ बैठकर वो पूरा दिन आगे की तैयारियां करती है। परिवार की एकलौती बेटी मैथिली अपने पिता के बेहद करीब है। संगीत में अपना नया मुकाम बना चुकी मैथिली कहती हैं कि उन्होंने अब तक अपनी मंजिल तय नहीं की है, क्योंकि मंजिल तय करने से सफर आसान और छोटा हो जाता है। मैथिली के पिताजी न कहा कि मैथिली फिलहाल बॉलीवुड का रूख नहीं करेंगी। बॉलीवुड में गाने के लिए उनकी कुछ शर्तें है, जिनसे वो कभी समझौता नहीं करेंगी। मैथिली के पिताजी ने कहा कि उनके लिए गाने के लिरिक्स बहद मायने रखते हैं। कुछ बातों का ध्यान रखकर ही वो बॉलीवुड गानों को अपनी आवाज देंगी। इस बातचीत के दौरान मैथिली से रियलिटी शो, बॉलीवुड में गानों के चुनाव आदि पर विस्तार से बात की। इस इंटरव्यू को पूरा देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें।
Singer
Maithili
Thakur
और
उनके
परिवार
के
साथ
खास
मुलाकात
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