विदेश से फंसे भारतीयों को लाने का काम आज से शुरू, सेना ने इन शहरों में तैयार किए क्वारंटीन सेंटर
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के फैलने और लॉकडाउन लागू होने के बाद विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों के वतन वापसी की प्रक्रिया आज से (7 मई) चरणबद्ध तरीके से शुरू हो रही है। रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि जो लोग विदेशों से लौटेंगे, उनको नियम के मुताबिक क्वारंटीन की प्रक्रिया को पूरा करना होगा। क्वारंटीन सेंटर एयरफोर्स, आर्मी और नेवी ने तैयार किए हैं। क्वारंटीन पूरा होने के बाद ये लोग अपने घरों के लिए आगे की यात्रा करेंगे।
रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि सऊदी अरब, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मलेशिया में फंसे लोगों के लिए सेना, नौसेना और वायु सेना ने जोधपुर, जैसलमेर, भोपाल, कोच्चि, विशाखापत्तनम और चेन्नई में क्वारंटीन सेंटर बनाए हैं, जहां इन लोगों को रखा जाएगा।
नौसैनिक जहाजों से भी विदेशों में फंसे लोगों को लाया जा रहा है। इसको लेकर रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय सशस्त्र बलों ने कई देशों के लिए चिकित्सा टीमों और सहायता आपूर्ति के साथ नौसेना के जहाजों को भेजा है। वापसी में इन जहाजों में वहां फंसे भारतीय लोगों को लाया जाएगा।
गृह मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि केवल उन लोगों को वापस आने की अनुमति दी जाएगी जिनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं हैं। उड़ान से पहले यात्रियों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी। जिन भारतीयों में खांसी, बुखार या सर्दी के लक्षण पाए जाते हैं उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। विमान और पोत से यात्रा का प्रबंध किया जाएगा और इसका खर्च यात्रियों को वहन करना होगा।
मंत्रालय ने कहा कि भारत आने के बाद सभी यात्रियों की चिकित्सा जांच की जाएगी और इसके बाद उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटीन में रखा जाएगा। भारतीय दूतावास और उच्चायोग विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों की एक सूची तैयार कर रहा है। यह सुविधा भुगतान के आधार पर उपलब्ध कराई जाएगी। बता दें कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक विदेशों में फंसे हुए हैं। जिनको विशेष विमानों से वापस लाया जा रहा है।
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