डीआरडीओ को बड़ी कामयाबी, आकाश-एनजी मिसाइल कासफल परीक्षण
नई दिल्ली। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन(DRDO) ने आज (25 जनवरी) आकाश एनजी (Akash New Generation missile) का सफल प्रक्षेपण किया है। नई जेनेरेशन की आकाश मिसाइल का ये पहला लॉन्च है, जो कामयाब रहा है। ओडिशा तट के इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से आकाश-एनजी (न्यू जेनरेशन) मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया गया है।

आकाश-एनजी एक नई पीढ़ी का सरफेस-टू-एयर (सतह से हवा में मार करने वाली) मिसाइल है। इसका इस्तेमाल वायुसेना हवाई खतरों को रोकने में करती है। डीआरडीओ की ओर से कहा गया है कि आकाश-एनजी एक नई पीढ़ी का सरफेस-टू-एयर मिसाइल है जिसका उपयोग भारतीय वायुसेना हवाई खतरों को रोकने के लिए करती है। परीक्षण में इस मिसाइल ने टारगेट को सफलतापूर्वक ध्वस्त किया। मिसाइल ने अपने लक्ष्य को ढूंढ निकाला और सटीकता के साथ उसे ध्वस्त कर दिया। मिसाइल परीक्षण के दौरान यह सारी कसौटियों पर खरी उतरी। मिसाइल के कमांड कंट्रोल सिस्टम, एवियोनिक्स, एरोडायनैमिक सिस्टम सभी ने ठीक काम किया।
भारत सरकार ने बीते हफ्ते ही आकाश मिसाइल के निर्यात करने की भी मंजूरी दी है। सरकार ने कहा है कि आकाश मिसाइल को भारत के मित्र देशों को बेचा जाएगा। 'आकाश' जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल है जो 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखती है। इसके साथ ही ये 95 फीसदी तक भारत में निर्मित मिसाइल है जो लगभग 25 सालों में बनकर तैयार हुई है।
आकाश मिसाइल का वजन 720 किलोग्राम है और इसकी लंबाई 19 फीट है। यह मिसाइल 4321 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरती है। अब आकाश की नई जेनेरेशन मिसाइल का भी डीआरडीओ ने सफल परीक्षण किया है।