शाहरुख ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी, सेक्शुअल हैरेसमेंट पर भी कही बड़ी बात
नई दिल्ली। हाल ही में बॉलीवुड किंग शाहरुख खान को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में क्रिस्टल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें मानव अधिकारों के मुद्दों के बारे में जागरुकता बढ़ाने और एसिड अटैक पीड़ितों के लिए काम करने की वजह से मिला है। इसी अवार्ड को लेकर और फिल्मी दुनिया में लगातार हो रहे सेक्शुअल हैरेसमेंट पर शाहरुख ने खुलकर बातचीत की है। उन्होंने बीबीसी वर्ल्ड न्यूज के एक शो में बॉलीवुड में लैंगिक समानता और भारत की डेमोक्रेसी पर बड़ा बयान दिया है।
किसी की हिम्मत नहीं कि मेरे सेट पर महिलाओं से बदसलूकी कर ले...
शाहरुख ने, #metoo कैंपेन, जो कि यौन शोषण के खिलाफ चला था, के बारे में कहा कि किसी की हिम्मत नहीं कि उनकी फिल्म के सेट पर महिलाओं के साथ बदसलूकी कर ले।
महिलाओं के हर वर्ग का ख्याल
मेरे सेट पर महिलाओं के हर वर्ग का ख्याल रखा जाता है, चाहे वो महिला वहां कोई भी काम कर रही हो। मेरी फिल्मों में महिलाओं का नाम पुरुषों से पहले आते हैं, हालांकि ये छोटा सा उदाहरण है, इसके जरिए हम अपनी महिलाओं के प्रति सम्मान व्यक्त करते है।
धार्मिक झगड़े केवल सोशल मीडिया पर
शाहरुख से देश में फैल रही धार्मिक असहिष्णुता के बारे में भी पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की वजह से आजकल एक छोटी सी घटना भी बहुत बड़ी बन जाती है , हालांकि ये अच्छी बात यही है कि ट्रोलिंग और गुस्से के बीच लोग एक दूसरे से जुड़ रहे हैं लेकिन ये झगड़े केवल सोशल मीडिया पर दिख रहे हैं, धर्म को लेकर विवाद भारत में नहीं हो रहा है।
भारत दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी
शाहरुख ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी है और डेमोक्रेसी में मतभेद होना लाजमी है लेकिन इस देश का दिल बहुत बड़ा है और यहां हर वर्ग और हर धर्म का पूरा सम्मान होता है। मैं इस देश का वासी हूं इसका मुझे गर्व है।
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