यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज सूची में शामिल हुआ हड़प्पा सभ्यता का नगर धोलावीरा
नई दिल्ली, जुलाई 27। गुजरात के कच्छ जिले में स्थित हड़प्पा युग के महानगर धोलावीरा को यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल कर लिया है। मंगलवार को यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी के 44वें सेशन में ये घोषणा हुई। आपको बता दें कि इस सत्र में धोलावीरा को लेकर काफी चर्चा हुई। गहन चर्चा के बाद ये फैसला लिया गया। यूनेस्को के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से इस बारे में जानकारी दी गई है। ट्वीट में लिखा है, "भारत में एक हड़प्पा सभ्यता का शहर धोलावीरा यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज की लिस्ट में शामिल हो गया है।"
दावेदारी में ये प्राचीन स्थल भी थे रेस में
आपको बता दें कि धोलावीरा के साथ इस रेस में ईरान के हावरामन क्षेत्र, जापान के जोमोन और जॉर्डन से एस साल्ट और फ्रांस के नीस जैसे प्राचीन स्थल दौड़ में शामिल थे, लेकिन इनकी दावेदारी के आगे धोलावीरा की दावेदारी मजबूत रही। इस उपलब्धि के बाद कच्छ जिले का ये इलाका वैश्विक धरोहर में शामिल हो गया है।
वर्ल्ड हेरिटेज के सुपर-40 क्लब में शामिल हुआ भारत- जीके रेड्डी
यूनेस्को से मिली इस उपलब्धि को लेकर केंद्रीय पर्यटन मंत्री जीके रेड्डी की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि अब हम वर्ल्ड हेरिटेज के सुपर-40 क्लब में शामिल हो गए हैं। जीके रेड्डी ने बताया की 2014 से भारत के 10 प्राचीन स्थलों को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है।
रविवार को तेलंगाना का ये मंदिर भी हुआ था इस लिस्ट में शामिल
इससे पहले रविवार को यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में तेलंगाना का काकतीय रुद्रेश्वर मंदिर भी विश्व धरोहर में शामिल किया गया था। यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट ने इसे विश्व धरोहर के तौर पर जगह दी है। बता दें कि 800 साल पुराने इस मंदिर को रामप्पा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। पीएम मोदी ने भी देश को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। आपको बता दें कि मार्को पोलो ने काकतीय वंश के दौरान इस मंदिर में चमकता हुआ तारा होने की बात कही थी।