DGCA का SpiceJet पर बड़ा एक्शन, 8 हफ्तों तक 50 फीसदी की उड़ानों की संख्या
नई दिल्ली, 27 जुलाई: विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइंस कंपनी स्पाइसजेट को लेकर अपना कड़ा रुख अपनाया है। डीजीसीए ने लगातार स्पाइसजेट की फ्लाइट में सामने आ रही तकनीकी खराबी के मामलों के बाद एक्शन लेते हुए बुधवार को कंपनी को आठ हफ्तों तक अपनी उड़ानों में से अधिकतम 50 फीसदी के संचालन करने का आदेश दिया है। यानी कि अब स्पाइसजेट अगले 8 हफ्ते तक 50 फीसदी उड़ानों का ही संचालन करेगी।
18 दिनों के अंदर 8 तकनीकी खराबी के मामले
दरअसल, स्पाइसजेट की फ्लाइट में बीते 18 दिनों के अंदर 8 बार तकनीकी खराबी के मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद डीजीसीए ने एयरलाइन को छह जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। वहीं अब डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने ऐसी घटनाओं को देखते हुए स्पाइसजेट को आठ हफ्तों तक गर्मियों के लिए स्वीकृत उड़ानों की संख्या 50 फीसदी पर सीमित की जाती है।
In view of findings of various spot checks, inspections & reply to show cause notice submitted by SpiceJet number of departures of SpiceJet is restricted to 50% of the number of departures approved under Summer Schedule 2022 for 8 weeks from the date of issue of this order: DGCA pic.twitter.com/nkeN4dVCBz
— ANI (@ANI) July 27, 2022
स्पाइसजेट ने बयान किया जारी
वहीं डीजीसीए के इस आदेश के बाद स्पाइसजेट ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि हम अपने यात्रियों और यात्रा भागीदारों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि आने वाले दिनों और हफ्तों में हमारी उड़ानें निर्धारित समय के अनुसार चलेंगी। इस आदेश के परिणामस्वरूप कोई उड़ान रद्द नहीं होगी। आगे कहा गया कि डीजीसीए का यह अवलोकन कि स्पाइसजेट घटनाओं की प्रवृत्ति को रोकने के लिए उपाय कर रहा है, बहुत उत्साहजनक है और हम नियामक के करीबी मार्गदर्शन में काम करना जारी रखेंगे।
DGCA ने बदले नियम, अब दिव्यांग यात्रियों को फ्लाइट में चढ़ने से नहीं रोक सकेगी एयरलाइन
आपको बता दें कि पिछले महीने की 19 तारीख से स्पाइसजेट की फ्लाइट के अंदर कम से कम 8 तकनीकी खामियों की खबर सामने आई है। जुलाई के पहले हफ्ते में दिल्ली से दुबई जा रही फ्लाइट की इंडिकेटर लाइट में आई खराबी के बाद प्लेन को कराची में इमरेंसी लैंड कराया गया था। इसके अलावा विंडशील्ड टूटने का भी मामला सामने आया था।