दिल्ली प्रदूषण पर केंद्र और आप में तकरार, गोपाल राय ने कहा- पराली जलाने वाले प्रदेशों की तरफदारी मत करो
नई दिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने के साथ ही केंद्र और आप सरकार में भी टकराव देखने को मिल रहा है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि केंद्र सरकार पराली जलाने वाले प्रदेशों की तरफदारी कर रही है। उन्होंने कहा, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने बताया है कि दिल्ली में पराली जलाने से मात्र 4 प्रतिशत प्रदूषण होता है। मैं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से पूछना चाहता हूं कि 15 दिन पहले दिल्ली का AQI ठीक था। 15 दिन में दिल्ली के लोगों ने ऐसा क्या किया जिससे प्रदूषण स्तर इतना बढ़ गया।
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दिल्ली प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 'रेड लाइट ऑ गाड़ी ऑफ कैंपेन' शुरू किया है। जिसमें लोगों से सिग्नल पर गाड़ी बंद करने की अपील की गई है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में एक करोड़ वाहन रजिस्टर्ड हैं, अगर कुछ लोग भी सिग्नल पर इंजन बंद करेंगे तो ये बड़ा फर्क पैदा कर सकता है। गोपाल राय ने इसको लेकर कहा कि रेड लाइट पर वाहनों के बंद करने से प्रदूषण 15-20 फीसदी तक कम होगा।
गोपाल राय ने कहा कि 15 दिन के एयर क्वालिटी इंडेक्स का चार्ट और नासा द्वारा जारी की गई पराली जलाने की तस्वीरें एक साथ देखने पर पता चलेगा कि जैसे-जैसे पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं, तैसे-तैसे दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खराब हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार पिछले 15 दिन से काम कर रही है, लेकिन बाकी राज्य सरकारें काम नहीं कर रहीं हैं।
गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को रोकने के लिए 5 अक्टूबर से अभियान शुरू किया है। डीपीसीसी ने जनरेटर सेट को बंद करने के लिए आदेश दिए हैं। धूल को रोकने के लिए पानी का छिड़काव भी किया जाएगा।
इससे पहले दिल्ली के प्रदूषण पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि दिल्ली में सर्दी के दिनों में प्रदूषण की स्थिति हमेशा गंभीर होती है। पंजाब में पिछले साल से ज़्यादा पराली जल रही है, केंद्र सरकार ने इतनी अधिक मशीन दी है, पंजाब सरकार को ध्यान देना चाहिए कि वहां पराली ज़्यादा न जले। प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी 4 फीसदी है। जिस पर दिल्ली सरकार के मंत्री ने ये जवाब दिया है।