मोदी और रूहानी ने जारी किया संयुक्त बयान, दोनों ने चाबहार को दी प्रमुखता
नई दिल्ली। 'मैं 2016 में तेहरान गया और अब जब आप यहां आए हैं, इससे हमारे रिश्ते और मजबूत होते हैं।' यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान कही। मोदी ने कहा कि मैं आपको (ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी) चाबहार पोर्ट को विकसित करने में नेतृत्व प्रदान करने के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। उन्होंने कहा कि दोनों देश हमारे पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान को सुरक्षित और समृद्ध देखना चाहते हैं। हम अपने पड़ोसियों को आतंकवाद से मुक्त देखना चाहते हैं। इस दौरान ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि वो भारत सरकार की ओर से किए गए सत्कार के लिए देशवासियों का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे रिश्ते व्यवसाय और व्यापार से पहले इतिहास में भी रहे हैं। रोहानी ने कहा कि हमने 2 महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार साझा किया - ट्रांजिट और अर्थव्यवस्था। हम 2 देशों के बीच रेलवे संबंधों को विकसित करना चाहते हैं और चाबहार पोर्ट पर काम कर रहे हैं। इस दौरान दोनों देशों ईरान और भारत पर एक पोस्टल स्टाम्प भी जारी किया गया।
गौरतलब है कि ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा पर आज दिल्ली में हैं। रूहानी ने आज हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ भी उनकी एक खास मीटिंग है। शनिवार को रूहानी सबसे पहले राजघाट गए और यहां पर उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। रूहानी को राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। ईरानी राष्ट्रपति पीएम मोदी से मिलने के अलावा कई और नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। इन मुलाकातों से अलग आज वह ऑव्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन में भी एक खास संबोधन देंगे।