तीस हजारी विवाद: दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र-बार काउंसिल को दिया नोटिस
नई दिल्ली। दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट परिसर में पुलिस और वकीलों के बीच मारपीट मामले में एक बार तो हाईकोर्ट काफी सख्त होता दिखाई दिया। मामले का संज्ञान खुद मुख्य न्यायाधीश ने लिया। फिर केंद्र, दिल्ली सरकार, बार काउंसिल ऑफ इंडिया और दिल्ली की निचली अदालतों के बार काउंसिल को नोटिस जारी कर दिया गया। वहीं दूसरी तरफ कोर्ट का नरम रुख भी देखने को मिला। कोर्ट ने सभी पक्षों से मिलजुलकर मामले को खत्म करने को कहा। कोर्ट ने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी पक्ष मिल कर मामला खत्म करें। दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीएन पाटिल ने इस संबंध में दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से भी मुलाकात की।
शनिवार को हुई थी हिंसक झड़प
जहां दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प हुई। बताया जा रहा है कि इस दौरान फायरिंग भी हुई। वहीं एक वकील घायल भी हो गया है। जिन्होंने सेंट स्टीफन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना दोपहर करीब 3 बजे हुई है। जानकारी के अनुसार एक वकीलों को गोली भी लगी है। पुलिस की फायरिंग के बाद वकील भड़क गए। वहीं गुस्साए वकीलों ने पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की। मिल रही जानकारी के अनुसार वकीलों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी।
लोक अदालत कैंसिल, वकीलों से मिले जज
इसके साथ ही तीस हजारी कोर्ट में लोक अदालत को कैंसिल कर दिया गया। इससे पहले हाईकोर्ट के तीन जज शनिवार रात घायल वकीलों से मिलने सेंट स्टीफन अस्पताल भी गए थे। शनिवार को दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीएन पटेल ने हाई कोर्ट के दूसरे सीनियर जजों के साथ इस बाबत मीटिंग भी की। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को आज मीटिंग के लिए बुलाया गया है।
क्या है मामला
पार्किंग विवाद को लेकर दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच खूनी झड़प हुई। इस दौरान कई गाड़ियों में तोड़ फोड़ के साथ आगजनी हुई। बताया जा रहा है कि विवाद कोर्ट परिसर में गाड़ी पार्किंग को लेकर किसी सिपाही से बहस हुई और उसके बाद कुछ लोगो ने पुलिस कर्मी को पीटा। जवाब में पुलिस ने उन लोगों को हिरासत में लेकर कोर्ट परिसर के चौकी में लाया और वहां उनकी पिटाई कर दी। उसके बाद वकीलों के ग्रुप में कोर्ट परिसर में हंगामा शुरू कर दिया और उस दौरान एक वकील को गोली भी लगी है, जिसे पास के अस्पताल में इलाज चल रहा।