लॉकडाउन के बीच पुलिस अफसर बना फरिश्ता, लेबर पेन होने पर महिला को पहुंचाया अस्पताल
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन भले ही लोगों की सुरक्षा के लिए लागू किया गया है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह मुश्किलें भी खड़ी कर रहा है। ऐसी ही कुछ मुश्किल दिल्ली के ओखला में रहने वाले मोहम्मद आमिल और सना के सामने खड़ी हो गई। दरअसल सना लेबर पेन हो रहा था। लेकिन लॉकडाउन के चलते अस्पताल ने पहुंचने में दिक्कत हो रही थी। ऐसे में दिल्ली पुलिस का एक अफसर लॉकडाउन में उनके लिए मददगार बनकर सामने आए।
डीसीपी कुमार ज्ञानेश ने पहले आमिल को दिलाया कर्फ्यू पास
दरअसल जमिया के जोगा बाई एक्सटेंशन में रहने वाले मोहम्मद आमिल की बेगम सना लॉकडाउन के पहले से गर्भवती थीं। इसके लिए आमिल को जामा मस्जिद इलाके के अस्पताल में जाना पड़ता था। आमिल 28 मार्च को किसी तरह अपनी यह परेशानी लेकर दिल्ली पुलिस के साउथ ईस्ट जोन के एडीशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश के पास पहुंचा। उन्होंने आमिल को तुरंत ही पास जारी करवा दिया, जिससे जरूरत होने पर घर से बाहर निकल सके। आमिल किसी तरह अपनी पत्नी को अस्पताल ले जाते रहे।
गाड़ी ने मिलने पर भेजी पुलिस वैन
लेकिन 12 अप्रैल को सना को प्रसव पीड़ा (लेबर पेन) तो अस्पताल तक जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिल रहा था। एक बार फिर मोहम्मद आमिल ने एडिशनल डीसीपी से मदद की गुहार लगाई। एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश ने मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस की जिप्सी से उनकी पत्नी को कस्तूरबा गांधी अस्पताल पहुंचवाया, जहां उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया है। इस मदद के लिए दोनों पति-पत्नी दिल्ली के एडिशनल डीसीपी को खूब दुआएं दे रहे हैं।
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आमिल-सना को हुआ बेटा, दे रहे हैं दुआएं
इस घटना को लेकर एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश बताया कि, जमिया इलाके से मेडिकल प्रॉब्लम को लेकर ज्यादा कॉल आ रही हैं। इसी में मोहम्मद आमिल की कॉल भी आई थी। उन्हें पास की जरूरत थी, हमने उन्हें पास उपलब्ध कराया था। फिर एक दिन पत्नी को लेबर पेन होने लगा तो गाड़ी भेज कर अस्पताल पहुंचाया गया। उन्हें बेटा हुआ है।
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