रूप बदल रहा है मंकीपॉक्स, पहले से अलग लक्षणों के साथ पसार रहा है पैर
नई दिल्ली। भारत में एक मंकीपॉक्स मरीज की मौत के बाद से मामला गहराता जा रहा है। मंकीपॉक्स का एक और मरीज दिल्ली में एडमिट हुआ है। भारत सहित अफ्रीका के बाहर अब तक मंकीपॉक्स बीमारी से चार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। लोगों को इस संक्रमक बीमारी से बचकर रहने की सलाह दी जा रही है। लोगों से अपील की जा रही है कि वो इसके लक्षणों को हल्के में न ले।
क्या कहती है स्टडी
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ने अपनी स्टडी में लिखा है कि मंकीपॉक्स से ग्रसित लोगों में अब जिस तरह के लक्षण दिख रहे हैं वो पहले से अलग है। ये वायरल इंफेक्शन की तरह अब नहीं रह रहा है। जर्नल ने 197 मंकीपॉक्स केसों का स्टडी कर इसे छापा गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ सामान्य लक्षण जो मंकीपॉक्स के मरीजों में देखने को मिल रहा है उसमें दर्द, सूजन, त्वचा पर दानें ,चकते और खुजली है, जो पहले से मामलों से अलग दिख रहे हैं। इसके अलावा अब जिन लोगों को ये बीमारी अपनी चपेट में ले रही है, उन्हें मलाशय में दर्द की शिकायत बनी हुई है। इस स्टडी में 197 मरीजों को शामिल किया गया, जिनकी उम्र 38 साल के औसत में है। इनमें से 196 लोग गे, समलैंगिंक थे।
इन लोगों के लक्षणों को गंभीरता से चेक किया गया तो पता चला कि अधिकांश लोगों में बुखार की समस्या रही। हाथ-पैर में सूजन, खाले कैसी समस्या दिख जाकी है। इसके अन्य लक्षणों को देखें तो बार-बार तेज बुखार आना, बदन दर्द, त्वचा पर दाने, सूजन, खुजली, सुस्ती बने रहना, आदि है। इसकी शुरुआत चेहरे से होती है और संक्रमण 10 से 12 दिन पर पूरे शररी पर फैल जाता है। ये बीमारी संक्रमण के जरिए एक दूसरे से फैलता है।5G की नीलामी में Jio का बोलबाला, खरीदा आधे से अधिक हिस्सा, सरकार को मिलेंगे 1.5 लाख करोड़