कोरोना वायरस: कर्नाटक में AY.4.2 वेरिएंट के दो मामले मिले, क्या ये तीसरी लहर के संकेत?
बेंगलुरू, 28 अक्टूबर: कर्नाटक में कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट AY.4.2 के दो मामले पाए गए हैं। दोनों मामलों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग में नए वेरिएंट की पुष्टि हुई है। बेंगलुरु में दो पॉजिटिव मराजों में AY.4.2 वेरिएंट मिला है। इस वेरिएंट के चलते यूके, जर्मनी और रूस में कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल आया है। भारत में कई शहरों में इस वेरिएंट के मिलने के बाद यहां भी तीसरी लहर की आशंका हो गई है। वहीं कर्नाटक सरकार इस नए वेरिएंट के मिलने के बाद फिर से पाबंदियां बढ़ाने पर विचार कर रही है।
कर्नाटक सरकार हुई सतर्क
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने लोगों को आगाह किया है कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि नए वेरिएंट के मामलों को लकर विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद मैं मुख्यमंत्री को भी इस बारे में जानकारी दूंगा और नए दिशा-निर्देशों पर फैसला लूंगा। उन्होंने कहा कि हम भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के साथ भी चर्चा करेंगे। यूके और रूस में इसी नए वेरिएंट के कारण तीसरी लहर शुरू हो गई है। ऐसे में तमाम एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।
दुनिया के कई देश मान रहे तीसरी लहर की वजह
इस वेरिएंट की वजह से इंदौर जिले में अगस्त के मुकाबले सितंबर में संक्रमण में 64 फीसदी का इजाफा हो गया था। ऐसे में इसको लेकर चिंताएं हैं। महाराष्ट्र में भी इसके मरीज मिल चुके हैं। यूके और यूरोपियन देशों के बाद अब एशिया में ये वेरिएंट फैल रहा है। रूस और इजरायल से डेल्टा स्ट्रेन के एक सब-वेरिएंट के मामले पता चले हैं। AY.4.2 नाम के इस सब-वेरिएंट को मूल डेल्टा वेरिएंट से 10-15 फीसदी ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है।
क्या है एवाई.4.2 वेरिएंट
एवाई.4.2 वेरिएंट कोरोना का अधिक संक्रामक स्ट्रेन है। ये उसी परिवार का हिस्सा है, जिसकी पहचान बी.1.617.2 या डेल्टा के रूप में की गई है अभी तक के साक्ष्यों से यह संकेत मिले हैं कि यह डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा तेजी से फैलता है। यूके में इसे 'वेरिएंट अंडर इंवेस्टिगेशन' घोषित किया गया है। हालांकि मौजूदा सबतों से यह नहीं लगता कि 'वेरिएंट अंडर इंवेस्टिगेशन' गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है या कोविड टीकों के प्रभाव को कम कर सकता है।
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