कांग्रेस के निर्देशों को अनदेखा कर येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण में पहुंचा ये विधायक
बेंगलुरु। कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार गिरने के तीन दिन बाद बीजेपी कर्नाटक प्रेसिडेंट बीएस येदियुरप्पा चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस शपथ ग्रहण का जहां कांग्रेस ने बहिष्कार किया वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के निलंबित विधायक रोशन बेग शपथ ग्रहण में शामिल हुए। वहीं कांग्रेस ने अपने विधायकों को येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहने का निर्देश जारी किए थे।
कांग्रेस की ओर से जारी दिशा निर्देश के बावजूद रोशन बेग बीएस येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे। कांग्रेस ने ट्वीट किया, भ्रष्टाचार के प्रतीक और जेल में रह चुके बीएस येदियुरप्पा ने अपनी बेहतरीन खरीद-फरोख्त का इस्तेमाल करते हुए लोकतंत्र को पलटा और सत्ता में आ गए। कर्नाटक की जनता ने 2008-2011 तक मुख्यमंत्री के रूप में उनके विनाशकारी कार्यकाल को देखा है, जिसका अंत येदियुरप्पा के जेल जाने पर हुआ था। इतिहास खुद को दोहराने के लिए तैयार है।
येदियुरप्पा ने फिलहाल अकेले ही शपथ ली है। बताया जा रहा है कि फ्लोर टेस्ट के बाद उनके मंत्री शपथ लेंगे। राज्यपाल से मुलाकात कर बीएस येदियुरप्पा ने 105 विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा था और बताया था कि उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है। इसके बाद येदियुरप्पा ने कहा था कि राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने की स्वीकृति दे दी थी।
कर्नाटक विधानसभा में 1 नामित सदस्य समेत कुल 225 विधायक हैं। इनमें से एक निर्दलीय समेत कांग्रेस के 2 बागी विधायकों को स्पीकर के. आर. रमेश कुमार ने गुरुवार को अयोग्य ठहरा दिया। इस तरह फिलहाल विधानसभा की स्ट्रेंथ 222 है। अभी कांग्रेस-जेडीएस के 14 बागी विधायकों के इस्तीफे या उन्हें अयोग्य ठहराए जाने को लेकर स्पीकर ने कोई फैसला नहीं किया है। इस तरह फिलहाल सदन में बहुमत का आंकड़ा 111 और 1 यानी 112 है।
अगर कांग्रेस के बागी विधायकों के सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेते हैं तो उनकी अनुपस्थिति के चलते विधानसभा की स्ट्रेंथ 208 रह जाएगी। ऐसी स्थिति में बहुमत के लिए 105 सीटों की जरूरत होगी। बीजेपी के 105 विधायक हैं।
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