कांग्रेस विधायक का दावा, शराब पीने से गले का कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा, दुकानों को खोला जाए
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने का एक कारगर हथियार ये है कि लोगों के बीच इस वायरस को लेकर अफवाह को फैलने से रोका जाए। तमाम राज्य सरकारें इस बाबत अलग से अभियान चला रही हैं। लेकिन राजस्थान के सांगोद से कांग्रेस के विधायक भरत सिंह कुन्दनपुर का मानना है कि शराब पीने से गले का कोरोना वायरस चला जाएगा। हद तो ये हो गई कि उन्होंने इस बाबत प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है और कहा कि शराब की दुकानों को खोल दिया जाए।
शराब से गले का कोरोना जाएगा
भरत सिंह ने पत्र लिखकर कहा है कि जब कोरोना-19 का वायरस हाथों को शराब से धोने पर साफ हो सकता है तो पीने वाले के गले से वायरस साफ होगा। हथकड शराब पीकर जान गंवाने से तो कहीं अच्छा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन के कारण शराब की दुकानें बंद हैं। शराब बदनाम है, लिहाजा केंद्र सरकार इसकी बिक्री की छूट प्रदेश में कभी भी नहीं देगी। प्रदेश सरकार भी इसकी बिक्री का निर्णय नहीं लेगी। आर्थिक घाटे से राज्य सरकार की कमर टूट रही है।
अवैध धंधा पनप रहा
कांग्रेस विधायक ने पत्र में कहा कि शराब नहीं मिलने की वजह से इसका अवैध धंधा पनप रहा है। प्रदेश के सभी जिलों में लॉकडाउन के समय जहां अपराधों में भारी कमी हुई है, वहीं इसके विपरीत हथकड शराब व अवैध शराब का धंधा पनप रहा है। इसका धंधा करने वालों के लिए तो यह स्व रोजगार योजना है। पैसा कमाने का सुनहरा अवसर भी है। बाजार में शराब की मांग है, लिहाजा पीने वाले इसका स्वागत कर रहे हैं। सरकार को राजस्व की हानि हो रही है, पीने वालों के स्वास्थ्य को खतरा है।
|
सरकार को मिलेगा राजस्व, पीने वालों को शराब
जहरीली
शराब
पीने
की
वजह
से
कई
लोगों
की
मौत
हो
गई
और
कुछ
लोगों
की
आंख
की
रोशनी
भी
चली
गई
है।
इस
खबर
का
हवाला
देते
हुए
कांग्रेस
विधायक
ने
कहा
कि
राजस्थान
सरकार
ने
2020-21
में
साढ़े
बारह
हजार
करोड़
रुपए
का
लक्ष्य
रखा
है,
लेकिन
लॉकडाउन
के
चलते
यह
प्राप्त
होता
दिख
नहीं
रहा
है।
संभव
है
सरकार
इसपर
एक्साइज
ड्यूटी
को
बढ़ा
दे।
अच्छा
तो
यह
होता
कि
सरकार
शराब
की
दुकानें
खोल
दे।
शराब
पीने
वालों
को
शराब
मिलेगी
और
सरकार
को
राजस्व
भी
मिलेगा।