Bengal Election: वाम मोर्चा के साथ कांग्रेस की बैठक, सीट बंटवारे पर नहीं बनी बात
West Bengal Election 2020: पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं, जिस वजह से वहां पर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बिहार में करारी हार के बाद कांग्रेस ने भी अब बंगाल चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं। इस चुनाव में कांग्रेस की योजना लेफ्ट पार्टियों से गठबंधन की है, लेकिन अभी तक दोनों के हाईकमान किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। इस दिशा में गुरुवार को भी एक अहम बैठक हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
दरअसल साल 2016 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने वाममोर्चा (लेफ्ट) के साथ गठबंधन किया था। 92 सीटों पर इस गठबंधन ने प्रत्याशियों को उतारा, जिसमें 44 सीटें कांग्रेस के खाते में गईं, जबकि 29 पर वाम मोर्चे का झंडा लहराया। इस बार भी कांग्रेस पिछले चुनाव की राह पर चल रही है, जिस वजह से उसकी फिर से गठबंधन की योजना है।
वाम मोर्चा के अध्यक्ष बमन बोस के मुताबिक गुरुवार को कोलकाता में कांग्रेस के साथ सीट के बंटवारे पर उन्होंने बैठक थी। लंबी बातचीत के बाद भी इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया, ऐसे में अब आगे बात की जाएगी। वहीं किसी जरूरी काम में फंस जाने की वजह से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी इस बैठक में मौजूद नहीं थे।
कमेटी
का
हुआ
है
गठन
पश्चिम
बंगाल
विधानसभा
चुनावों
में
सीटों
के
बंटवारे
और
संयुक्त
कार्यक्रमों
के
बारे
में
वाम
दलों
के
साथ
बातचीत
करने
के
लिए
कांग्रेस
ने
अधीर
रंजन
चौधरी
की
अध्यक्षता
में
एक
4
सदस्यीय
समिति
का
गठन
किया
है।
जिसमें
अब्दुल
मन्नान,
प्रदीप
भट्टाचार्य
और
नेपाल
महतो
भी
शामिल
हैं।
2016
में
वाम
दल
कांग्रेस
के
साथ
थे,
लेकिन
2019
के
लोकसभा
चुनाव
में
गठबंधन
नहीं
हो
सका
था,
इस
वजह
से
कांग्रेस
ने
कमेटी
का
गठन
किया
है।