Video: CAA विरोध प्रदर्शनों पर सेना प्रमुख जनरल रावत ने कहा, लोगों को हिंसा के लिए भड़काना लीडरशिप नहीं
Recommended Video
नई दिल्ली। देश भर की यूनिवर्सिटीज में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर मचे बवाल के बीव ही सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का एक बड़ा बयान आया है। जनरल रावत ने कहा है कि भीड़ को हिंसा के लिए उकसाना और आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए लोगों को प्रेरित करना किसी भी तरह के बेहतर नेतृत्व का उदाहरण नहीं हो सकता है। जनरल रावत की तरफ से यह पहली प्रतिक्रिया है जो विरोध प्रदर्शनों को लेकर आई है।
ओवैसी ने जनरल रावत को दिया जवाब
राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान जनरल रावत ने विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिक्रिया दी है। जनरल रावत ने कहा, 'लीडर वो नहीं होते हैं जो लोगों को गलत दिशा की तरफ लेकर जाएं जैसा कि हमने पिछले दिनों बड़ी तादाद में यूनिवर्सिटीज और कॉलेज के छात्रों को देखा के किस तरह से वह भीड़ को हमारे शहरों और कस्बों में हिंसा और आगजनी के लिए उकसा रहे थे।' जनरल रावत ने कहा, 'यह लीडरशिप नहीं है।'
जनरल रावत के इस बयान पर हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि 'लीडरशिप का मतलब होता है अपने ऑफिस की सीमाओं का ज्ञान होना।' ओवैसी ने आगे कहा, 'लीडरशिप का मतलब है असैन्य श्रेष्ठता के आइडिया को समझना और उस संस्था की अखंडता को संरक्षित करके रखना जिसके आप मुखिया हैं।'