दिल्ली: 'कसौटी जिंदगी की' फेम चार्वी सराफ में कोरोना के लक्षण, 5 दिन से इलाज के लिए मांग रहीं मदद
नई दिल्ली: चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने दुनिया के 70 लाख लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। भारत भी इससे बुरी तरह प्रभावित है। लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। जिस वजह से कई अस्पतालों में अब बेड भी कम पड़ने लगे हैं। इस बीच टीवी सीरियल 'कसौटी जिंदगी की' फेम चार्वी सराफ में भी कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं, लेकिन अभी तक उनका टेस्ट नहीं हो पाया है। वो पांच दिन से इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग से मदद मांग रही हैं।
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भावुक होकर लिखा लेटर
चार्वी सराफ ने भावुक होकर एक लेटर लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि शुरू से ही मैं अपने घर में लॉक हूं। सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन पिछले हफ्ते से मुझे बेचैनी हो रही है, मेरे शरीर का तापमान लगातार बढ़ रहा है। उन्हें बुखार, सांस फूलना, गले में दर्द, सिरदर्द और शरीर में दर्द की शिकायत भी है। ऐसे में वो अपना और अपने परिवार का कोरोना टेस्ट करवाना चाहती हैं, लेकिन कोई उनकी मदद नहीं कर रहा है। वो चाहती हैं कि कोई घर आकर उनकी जांच करे, क्योंकि वो अस्पताल जाने की हालत में नहीं हैं।
जांच से अस्पताल का इनकार
चार्वी के मुताबिक लॉकडाउन की वजह से वो अपने होम टाउन दिल्ली वापस आ गई थीं। कोरोना के लक्षण दिखने के बाद उन्होंने अपने पुराने डॉक्टर से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने जांच किट नहीं होने की बात कही। इसके बाद उन्होंने प्राइवेट अस्पतालों से संपर्क किया लेकिन वहां पर भी उन्हें मदद नहीं मिली। फिर उन्होंने फोन करके सरकारी अस्पतालों से मदद मांगी, जहां वायरल की बात कहकर उन्हें दूसरे डॉक्टर से मिलने की सलाह दी गई। उन्होंने कोविड-19 हेल्पलाइन नंबर पर भी फोन किया, जिस पर उन्होंने बताया कि मरीजों की संख्या ज्यादा है, जिस वजह से अगले हफ्ते तक जांच नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि जब जांच करवाना इतना बड़ा टास्क है, तो गरीबों को इलाज में कितनी दिक्कत होती होगी। फिलहाल अभी भी उन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से मदद का इंतजार है।
प्राइवेट लैब में लग रहे 4500 रुपये
देश में शुक्रवार को कोरोना वायरस के मरीजों में रिकॉर्ड बढोत्तरी दर्ज की गई और एक दिन के अंदर 10,956 नए केस सामने आए। इन नए आंकड़ों के बाद देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 2,97,535 हो गई है। वहीं राजधानी दिल्ली में अब तक 36,824 मामले सामने आ चुके हैं। जिस वजह से हाईकोर्ट ने प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना जांच करने की इजाजत दे दी है, लेकिन जांच पर 4500 रुपये का खर्च आता है। जिस वजह से मरीजों की जेब पर भार पड़ रहा है।
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