बातचीत के दरवाजे हमेशा खुले रहने चाहिए, सरकार तय करे किनसे होगी बातचीत
नई दिल्ली। आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में चली आ रही हिंसा को थामने के लिए शनिवार को दिल्ली में एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया।
इस बैठक में देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और राज्यसभा सांसद गुलाब नबी आजाद के अलावा अन्य पार्टियों के नेताओं ने हिस्सा लिया।
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सीपीआई नेता और राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में हमने पेलेट गन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। साथ ही लोगों के बीच विश्वास पैदा होना, ऐसे कदम उठाने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि हमें ऐसे सही काम करने चाहिए जिससे सही बातें बाहर आ सकें।
येचुरी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने विकास और विश्वास शब्दों को पसंद करते हैं। पर ऐसे काम कहां किए जा रहे हैं।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में हर किसी ने अपने विचार रखे हैं। जब हम कश्मीर से वापस लौट आएंगे तो एक बार फिर हम सभी मिलेंगे।
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बातचीत के दरवाजे हमेशा खुले रहने चाहिए और सरकार को निर्णय करना चाहिए कि बातचीत में शामिल कौन लोग होंगे।