सेंट्रल विस्टा: रक्षा मंत्रालय के 7,000 कर्मचारियों को इस सप्ताह मिलेगा नया ऑफिस, PM करेंगे उद्घाटन
नई दिल्ली, सितंबर 14: रक्षा मंत्रालय के 7,000 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी अपने मौजूदा दशकों पुराने कार्यस्थलों से अफ्रीका एवेन्यू और कस्तूरबा गांधी मार्ग पर स्थित नए कार्यालयों में शिफ्ट किए जा रहे हैं। पीएम मोदी गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में दो अलग-अलग स्थानों पर रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों के लिए बनाए गए नए कार्यालय परिसर का उद्घाटन करेंगे। इससे से नार्थ और साउथ ब्लॉक में खाली की गई जगह पर सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के एक हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री के नए आवास और कार्यालय को बनाया जाएगा।
अफ्रीका एवेन्यू पर बने सात मंजिला कार्यालय परिसर में केवल रक्षा मंत्रालय के कार्यालय होंगे, वहीं कस्तूरबा गांधी मार्ग पर बने आठ मंजिला कार्यालय का उपयोग- रक्षा मंत्रालय के कार्यालयों के अलावा- परिवहन भवन और श्रम शक्ति भवन में वर्तमान में स्थित कार्यालयों को भी अस्थायी रूप से तब तक के लिए समायोजित करने के लिए किया जाएगा जब तक कि केंद्रीय सचिवालय परिसर में उनके नए कार्यालय तैयार न हो जाएं।
जिन ऑफिसों को खाली कराया गया है। उन्हें ब्रिटिश सेना के घोड़ों के लिए अस्तबल के रूप में उपयोग किया जाता था। इसमें नौसेना स्टेशन आईएनएस इंडिया, सशस्त्र बल क्लिनिक और सशस्त्र बलों की एक चिकित्सा शाखा सहित रक्षा मंत्रालय के 27 विंग कई दशकों से काम कर रही थीं। कार्यालयों के स्थानांतरण से सेंट्रल विस्टा के विकास के लिए 50 एकड़ भूमि मुक्त हो जाएगी। रक्षा मंत्रालय इन ऑफिसों में 9.2 लाख वर्ग फुट जगह खाली होगी और 13 एकड़ के कुल क्षेत्रफल में फैले दो नए बहुमंजिला परिसरों में शिफ्ट किया जाएगा केजी मार्ग परिसर का उपयोग 4.52 लाख वर्ग फुट के निर्मित क्षेत्र के साथ 14 विभिन्न कार्यालयों को स्थानांतरित करने के लिए किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि 5.08 लाख वर्ग फुट के निर्मित क्षेत्र के साथ 13 कार्यालयों को अफ्रीका एवेन्यू में स्थानांतरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन कार्यालय परिसरों का निर्माण रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रदान किए गए 775 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। अफ्रीका एवेन्यू में परिसर चार ब्लॉकों में फैला हुआ है और 5.08 लाख वर्ग फुट की जगह प्रदान करता है। इस संबंध में काम आवास और शहरी विकास मंत्रालय द्वारा उनके सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में किया गया है। अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए कार्यालय स्थान के अलावा, 1500 से अधिक वाहनों के लिए बहु-स्तरीय कार पार्किंग का प्रावधान है।
केंद्र द्वारा अनुमोदित सेंट्रल विस्टा योजना के अनुसार, उत्तर और दक्षिण ब्लॉक कार्यालय परिसरों को राष्ट्रीय संग्रहालयों में बदल दिया जाएगा, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय केंद्र को स्थानांतरित कर दिया जाएगा और राष्ट्रीय अभिलेखागार को फिर से तैयार किया जाएगा। प्रधानमंत्री का आवास मौजूदा साउथ ब्लॉक परिसर के पीछे स्थानांतरित किया जाएगा जबकि उपराष्ट्रपति का आवास नॉर्थ ब्लॉक के पीछे स्थानांतरित करने का प्रस्ताव है।
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सेंट्रल विस्टा डेवलपमेंट रिडेवलपमेंट मास्टर प्लान के तहत जो नए भवन हैं, वे आधुनिक पर्यावरण के अनुकूल और हरित भवन वातावरण प्रदान करते हैं। नए भवन आधुनिक सुविधाएं, कनेक्टिविटी और कैंटीन, बैंक आदि जैसी कल्याणकारी सुविधाएं भी प्रदान करेंगे। इन इमारतों के स्थान और स्थान को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि पहले से मौजूद पेड़ों को कोई नुकसान न पहुंचे। खाली की गई जगह पर पीएम आवास और अन्य कार्यालयों के निर्माण का काम शुरू होने में अभी कुछ वक्त लगेगा। अधिकारी ने बताया कि 'मौजूदा कार्यालयों को पूरे साजो-समान के साथ स्थानांतरित करने में लगभग दो महीने लगेंगे।