केंद्र की राज्यों को चिट्ठी- भारी पड़ सकती है कोरोना प्रोटोकॉल में ढील, अपनाएं टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट फॉर्मूला
कोरोना वायरस के घटते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने राज्यों को एक चिट्ठी लिखी है...
नई दिल्ली, 19 जून: कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप अब कम होता हुआ नजर आ रहा है। शनिवार को देशभर में कोरोना वायरस के 60753 नए केस मिले और 1647 मरीजों की मौत हुई। वहीं, 97743 मरीज कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक भी हुए। हालांकि कोरोना के घटते मामलों के बावजूद केंद्र सरकार ने राज्यों को विशेष एहतियात बरतने की हिदायत दी है। शनिवार को केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केद्र शासित प्रदेशों को आगाह करते हए कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के नियमों को कड़ाई से लागू किया जाए और साथ ही संबंधित अधिकारी कोरोना के मामलों पर भी विशेष निगरानी रखें।
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कोरोना वायरस को लेकर शनिवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को चिट्ठी लिखी। चिट्ठी में आगाह करते हुए कहा गया है कि कोरोना वायरस से संबंधित प्रोटोकॉल के पालन और टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट रणनीति अपनाने में किसी भी तरह की कोई ढील ना दी जाए। केंद्र सरकार की यह चिट्ठी इसलिए भी अहम है, क्योंकि संक्रमण के घटते मामलों को देखते हुए कई राज्यों में कोरोना प्रतिबंधों में ढील मिलनी शुरू हो गई है।
सावधानी के साथ हटाएं जाएं कोरोना प्रतिबंध- अजय भल्ला
अपनी चिट्ठी में अजय कुमार भल्ला ने लिखा, 'कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों में गिरावट के साथ ही बहुत से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना प्रतिबंधों में छूट दी जाने लगी है। मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि किसी भी राज्य में प्रतिबंध लगाने या उनमें छूट देने का फैसला जमीनी हालात की जानकारी के आधार पर ही लिया जाए। कोरोना के मामले कम होने के बाद प्रतिबंधों का हटना जरूरी है लेकिन राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि यह पूरी प्रक्रिया बेहद सावधानी के साथ अपनाई जाए।'
'प्रोटोकॉल की नियमित निगरानी बेहद जरूरी'
केंद्रीय गृह सचिव ने आगे लिखा, 'कोरोना वायरस के खिलाफ रणनीति में मास्क का अनिवार्य तौर पर इस्तेमाल, नियमित तौर पर हाथों को धोना, सामाजिक दूरी का पालन और बंद जगहों पर पर्याप्त वेंटिलेशन बहुत जरूरी है। अगर हमें कोरोना वायरस को हराना है, तो इन प्रोटोकॉल की नियमित निगरानी करनी होगी।'