बिहार में कोरोना के हालात समझने के लिए केंद्र भेजेगा विशेष टीम, तेजस्वी ने नीतीश सरकार को घेरा
पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण की स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है। विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर कम टेस्टिंग का आरोप लगा रहा है। टेस्टिंग को लेकर उठ रहे सवालों के बीच शुक्रवार को केंद्र सरकार ने ऐलान किया कि, बिहार में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा के लिए केंद्र सरकार एक स्पेशल टीम भेजेगी। ये टीम राज्य सरकार की कोरोना महामारी से निपटने में मदद करेगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल के नेतृत्व में बिहार जाने वाली इस टीम में नेशनल काउंसिल फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के निदेशक डॉक्टर एसके सिंह और एम्स के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर नीरज निश्चल भी शामिल हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया है कि बिहार सरकार को दी जा रही सभी जरूरी सहायता भी बढ़ाई जाएगी।
बिहार में टेस्टिंग सबसे कम- तेजस्वी
वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी इस मामले में नीतीश सरकार को घेरा है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में कोरोना वायरस की टेस्टिंग सबसे कम है। हालात बेहद खराब हैं और राज्य सरकार कोरोना वायरस के आंकड़ों में हेरा फेरी कर रही है। यही वजह है कि हालात की जानकारी के लिए केंद्र से टीम आ रही है।
शुक्रवार को बिहार में कोरोना के 1742 मरीज मिले हैं जो अबतक की सबसे बड़ी संख्या है। अब बिहार में कोरोना के कुल 23300 मरीज हो गए हैं, मृतकों की संख्या अब 200 के करीब पहुंचने वाली है। कोरोना से सबसे ज्यादा आक्रांत पटना जिला है। आज सबसे ज्यादा 122 नए मरीज सिवान जिले में मिले हैं और उसके बाद अधिक संख्या 105 नए मरीजों की नालंदा जिले की है। तो वहीं आज पटना जिले में फिर से 99 मरीज मिले हैं।
कोविड-19 के बढ़ते प्रसार को देखते हुए रेल मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार के सहयोग से रेलवे कोच को आइसोलेशन सेंटर के रूप में प्रयोग किये जाने के लिए पूरे देश में चयनित स्टेशनों पर खड़ा किया जा रहा है। बिहार के 15 स्टेशनों पर 20-20 की संख्या में कुल 300 आइसोलेशन कोच खड़ा करने का निर्णय लिया गया है।
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