कंपार्टमेंट एग्जाम रद्द करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, CBSE ने कहा- बनाए हैं 1278 सेंटर
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सुप्रीम कोर्ट में बताया है कि इस महीने होने वाली कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए उसने खास इंतजाम किए हैं। शिक्षा बोर्ड ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए एग्जाम सेंटर बढ़ाकर 1278 कर दिए गए हैं। सीबीएसई सितंबर के आखिर में 10वीं-12वीं के लिए कंपार्टमेंट परीक्षा 2020 का आयोजन कराने जा रहा है। कोरोना का हवाला देते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए सीबीएसई के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई है। जिस पर सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच सुनवाई कर रही है।
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सुप्रीम कोर्ट मेंदायर याचिका में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में कंपार्टमेंट परीक्षाएं कराना बच्चों में संक्रमण की वजह बन सकता है। याचिका में कहा है गया है कि इतनी संख्या में बच्चों की परीक्षा कराते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना संभव नहीं होगा। ऐसे में परीक्षा ना कराई जाए। परीक्षा रद्द करने की याचिका पर जस्टिस एएम खानविलकर, दिनेश माहेश्वरी और संजीव खन्ना की बेंच सुनवाई कर रही है।
इस साल सीबीएसई के कुल 2,37,849 स्टूडेंट्स कंपार्टमेंट की श्रेणी में हैं। 10वीं में इस बार 1,50,198 स्टूडेंट्स और 12वीं के 87,651 स्टूडेंट्स की कंपार्टमेंट है। सीबीएसई ने ग्रेस मार्क्स देकर छात्रों को पास करने से साफ इनकार कर दिया था। बोर्ड ने कहा था कि जो छात्र एक और दो विषय में फेल हैं, उन्हें कंपार्टमेंटल परीक्षा देनी ही होगी।
सीबीएसई ने कंपार्टमेंट परीक्षा की तैयारियों पर कहा है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर सुरक्षा के सभी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) का पालन किया जाएगा। सभी सुरक्षा एहियातों के तहत ही परीक्षाएं ली जाएंगी। ऐसे में छात्रों को फिक्र करने की जरूरत नहीं है।