शिमला: वीरभद्र सिंह की पत्नी की याचिका पर कोर्ट ने CBI को भेजा नोटिस
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह की याचिका पर कोर्ट ने सीबीआई को नोटिस भेजा है। मामले की अगली सुनवाई 1 मई को होगी।
शिमला। कानूनी पेचिदगियों में फंसे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ चल रहे मामले में उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह की याचिका पर कोर्ट ने सीबीआई को नोटिस भेजा है। मामले की अगली सुनवाई 1 मई को होगी। दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने स्पेशल सीबीआई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका में प्रतिभा सिंह ने कहा कि सीबीआई ने नियमों के तहत चार्जशीट फाइल नहीं की है। वहीं, कोर्ट ने प्रतिभा सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए सीबीआई को नोटिस जारी किया है और इस नोटिस का 1 मई तक जवाब मांगा है। अब मामले की अगली सुनवाई 1 मई को होगी।
वीरभद्र सिंह के पास तय आय से 10 करोड़ अधिक संपत्ति
जाहिर है मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष सीबीआई अदालत में अहम सुनवाई होनी है। सीबीआई ने बीते सप्ताह सीएम वीरभद्र सिंह व उनकी पत्नी सहित कुल नौ लोगों के खिलाफ अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया था। जांच एजेंसी ने दावा किया था कि सीएम के पास तय आय से 10 करोड़ अधिक संपत्ति पाई गई थी। यह राशि उनकी निर्धारित आय से 192 फीसदी अधिक है। सीबीआई का कहना है कि केंद्र में मंत्री रहते हुए वीरभद्र सिंह ने यह संपत्ति अर्जित की थी। ये भी पढ़ें- क्या है हिमाचल प्रदेश के CM वीरभद्र सिंह की मुश्किलों की वजह? जानिए CBI क्यों बन गई है सिरदर्द
आनंद चौहान मामले में अगली सुनवाई अब 17 मई को
उधर सीएम वीरभद्र सिंह से जुड़े एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग मामला, एलआईसी एजेंट आनंद चौहान केस में अगली सुनवाई अब 17 मई को होगी। पटियाला हाउस कोर्ट ने सीएम के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोमवार को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आरोप तय करने पर बहस की अगली तारीख 17 मई निर्धारित की है। इससे पहले 10 अप्रैल को चौहान को बड़ा झटका देते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उसे जमानत देने से इंकार कर दिया था। जाहिर है कि सीएम वीरभद्र सिंह की कथित संलिप्तता वाले आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच और कोर्ट में सुनवाई का दौर जारी है। ये भी पढ़ें- एक और प्रदेश को कांग्रेस मुक्त करने के अभियान का मोदी 27 को करेंगे आगाज
वीरभद्र सिंह का एलआईसी एजेंट हैं आनंद चौहान
आनंद चौहान वीरभद्र सिंह का एलआईसी एजेंट हैं, जिसे सीबीआई ने आरोपी बनाया है। इस मामले में ईडी ने चंडीगढ़ में आनंद चौहान को पिछले साल 8 जुलाई को गिरफ्तार किया था। चौहान के खिलाफ वीरभद्र सिंह के पांच करोड़ रुपये जीवन बीमा में निवेश करवाने का आरोप है। चौहान ने वीरभद्र सिंह से पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम कैश में लिया और अपने बैंक खाते में जमा करवा दिया। फिर उसने वीरभद्र सिंह और उनके रिश्तेदारों के नाम पर बीमा पॉलिसी खरीद कर निवेश कर दिया। बैंक खाते में मोटी रकम जमा होने के कारण वह आयकर विभाग की नजर में आ गया। वीरभद्र सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में केस लंबित है।