Max Hospital मामले में IPC की धारा 308 के तहत मामला दर्ज, दिल्लीसरकार ने दिए जांच के आदेश
नई दिल्ली। दिल्ली स्थित शालीमार बाग के मैक्स अस्पतॉल पर लापरवाही के आरोप लगने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय सक्रिय हो गया है। गौरतलब है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने एक जिंदा बच्चे को मरा हुआ बता दिया और परिवार वालों को दे दिया। जब पैकेट में बच्चा अचानक पैर चलाने लगा तब परिवार वालों को अस्पताल की लापरवाही का पता चला। अब इस मामले में मैक्स अस्पताल के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 308 के तहत मामला दर्ज कराया गया है। इस मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी जांच के आदेश दे दिए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस घटना में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। अधिकारियों से कहा गया है कि वो प्राथमिक रिपोर्ट 72 घंटे और पूर्ण रिपोर्ट एक हफ्ते के भीतर जमा करें।
वहीं बच्चे के पिता आशीष ने इस पूरे मामले पर कहा कि मृत घोषित होने के बाद, पैकेट में बच्चों को हमें दिया गया था, जब हम अंतिम संस्कार के लिए छोड़ दिया तो हमने हलचल देखी और पाया कि एक बच्चा साँस ले रहा था। हम तुरंत पास अस्पताल पहुंचे।
इस मामले पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।, दिल्ली सरकार को इस मामले पर विचार करने और आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है।मैक्स हॉस्पिटल में लापरवाही के मुद्दे पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्यों से अपील है कि स्वास्थ्य से जुड़े प्रतिष्ठानों अधिनियम को अपनाएं ताकि निजी संस्थानों के काम और कामकाज को देख सकें।
बता दें कि अस्पताल ने बच्चों के शव परिवार को सौंप दिए। दोनों शवों को पैकेट में बंद कर सौंपा गया था। जब परिवार वाले शवों को लेकर लौट रहे थे तभी एक पैकेट में से बच्चा पैर हिलाने लगा। बच्चे को जिंदा सोच घरवालों ने उसे फौरन नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा जिंदा है और उसकी सांसें चल रही हैं। घरवालों ने उम्मीदों से दूसरे बच्चे के बारे में भी पूछा पर डॉक्टरों ने उसे मृत ही बताया।
जिंदा बच्चे को मरा हुआ बताने पर घरवालों ने मैक्स अस्पताल के खिलाफ शालीमार बाग पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई है। घरवालों ने पहले तो अस्पताल में जमकर हंगामा काटा फिर पुलिस को अस्पताल की लापरवाही की जानकारी दी। पुलिस का कहना है कि इसपर जल्द ही केस दर्ज किया जाएगा।