अगर कोल्ड ड्रिंक पीने के हैं शौकीन तो पढ़ें ये रिपोर्ट, सरकार ने किया दावा
सरकारी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत में बिकने वाली 5 कंपनियों के कोल्ड ड्रिंक में भारी मात्रा में हानिकारक तत्व मौजूद हैं।
नई दिल्ली। अगर आप कोल्डड्रिंक्स या फिर सॉफ्टड्रिंक्स पीने के शौकीन हैं तो ये खबर आपको निश्चित तौर पर पढ़नी चाहिए। सरकार ने खुद ये रिपोर्ट आज राज्यसभा में पेश की है। इस रिपोर्ट के मुताबित कोल्डड्रिंक्स में बारी मात्रा में लैड और हेवी मेटल पाए जाते हैं। राज्यसभा में पेश किए गए इस रिपोर्ट के मुताबिक 5 अलग-अलग सॉफ्टड्रिंक्स के सैंपलों की जांच के दौरान उनमें बारी मात्रा में कैडमियम और क्रोमियम तत्व पाए गए।
इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में दो कंपनियों द्वारा बनाएं गए इन कोल्डड्रिंक्स में बारी मात्रा में कैडमियम और कोमियम जैसे हानिकारक तत्व पाए गए हैं। सरकार ने जिन कोल्डड्रिंक्स के सैंपलों की जांच की उनमें स्प्राइट, माउटेंन ड्यू, 7एप, पेप्सी और कोका कोला शामिल हैं। इन सैंपलों को कोलकाता स्थित नेशनल टेस्ट सेंटर भेजा गया। स्वास्थ्य राज्यमंत्री अग्गन सिंह कुलस्ते ने राज्यसभा में जवाब देते हुए कहा कि इन सैंपलों में लैड के अलावा हेवी मेडल जैसे कैडमियम क्रोमियम पाए गए, जो कि स्वास्थ्य के बेहद हानिकारक होते हैं।
आपको बता दें कि इससे पहले आई रिपोर्ट के मुताबिक इन कोल्डड्रिंक्स के साथ-साथ उनके बोतल भी स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की संस्था DTAB द्वारा किए गए इस अध्ययन में पाया गया कि ये टॉक्सिन्स पांच कोल्ड ड्रिंक्स पेप्सी, कोका कोला, माउंटेन ड्यू, स्प्राइट और 7UP के पॉलीथीन टेरिफ्थेलैट बॉटल्स से निकाले गए। माउंटेन ड्यू और 7UP जहां पेप्सिको का है, वहीं स्प्राइट, कोका कोला कंपनी का प्रोडक्ट है।