तय समय से दो दिन पहले समाप्त होगा बजट सत्र का पहला चरण, क्या मिडिल क्लास को मिलेगी राहत?
नई दिल्ली। बजट (Budget 2021) सत्र का पहला चरण संसद में तय समस से 2 दिन पहले ही समाप्त हो जाएगा। यानी कि बजट का पहला सत्र जो पहले 15 फरवरी को संपन्न हो रहा था वो अब 13 फरवरी को ही संपन्न हो जाएगा। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने अपने आवास पर सरदार वल्लभभाई पटेल हॉल में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक में यह फैसला लिया है। वहीं दूसरी तरफ सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या इस बजट में मीडिल क्लास को कोई अतिरिक्त राहत मिलेगी।
आगे की बात करने से पहले आपको बता दें कि ऑल पार्टी मीटिंग के बाद जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह निर्णय लिया गया कि बजट सत्र के पहले भाग को 15 फरवरी को निर्धारित तिथि को खत्म करने की जगह, दो दिन पहले यानी 13 फरवरी को खत्म होगा। सरकार ने चिंता व्यक्त की है कि इस सत्र में केवल कृषि कानूनों पर व्यापक चर्चा संभव नहीं है। वहीं सत्र का दूसरा भाग 8 मार्च से 8 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा। राज्यसभा सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक और लोकसभा 4 बजे से 9 बजे शून्यकाल और प्रश्नकाल के साथ कार्य करेगी।
गौरतलब है कि 1 फरवरी यानी कि कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट पेश करेंगी। इस बजट पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। नौकरी पेशा लोगों को इस बजट से बहत उम्मीद है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना के दौर में काम का तरीका बदल गया है। अधिकतर बड़ी कंपनियां अभी भी वर्क फ्रॉर्म होम करा रही हैं। नौकरी पेशा मीडिल क्लास के लोगों को जो सबसे बड़ी उम्मीद वो ये है कि सरकार स्टैंडर्ड डिडक्शन में छूट देगी। मेडिकल इंश्योरेंस पर भी लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।
वहीं मध्यम वर्ग की ये मांग है कि बेसिक टैक्स छूट सीमा 2.5 लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर देनी चाहिए। इसके अलावा एक और मांग यह की जा रही है कि स्टैंडर्ड डिडक्शन को बढ़ाया जाए। अभी तक ऐसा डिडक्शन 50 हजार रुपये तक का मिलता है। इसे बढ़ाकर कम से कम 75,000 रुपये करने की मांग की जा रही है। इसके अलावा होम लोन पर अतिरिक्त टैक्स में राहत और स्वास्थ्य बीमा प्रिमियम पर छूट मुख्य मांगों में है।
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