
स्विस बैंक में रिकॉर्ड काला धन बढ़ने का वित्त मंत्रालय ने किया खंडन, जवाब में कही ये बात
नई दिल्ली, 19 जून। भारत के वित्त मंत्रालय में मीडिया में चल रही खबरों के उस दावे का खंडन किया है जिसमें कहा जा रहा था कि स्विस बैंकों में भारतीयों का रखा धन 20,000 करोड़ के पार हो गया है। जो कि पिछले 13 साल में सबसे ज्यादा है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि रकम के बारे में स्विस अधिकारियों से पूछा गया है।
Recommended Video

मंत्रालय ने कहा कि 18 जून को मीडिया में प्रकाशित विभिन्न रिपोर्ट में दावा किया गया था कि स्विस बैंक में रखा हुआ भारतीयों का धन साल 2019 में 6625 करोड़ से बढ़कर 2020 के आखिर में 20,700 करोड़ तक पहुंच गया। यह भी कहा गया है कि यह पिछले 13 साल में सबसे ज्यादा रकम है।
मंत्रालय ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट में यह कहा गया है कि रिपोर्ट किए गए आंकड़े आधिकारिक हैं और स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) ने जारी किए हैं। यह स्विट्जरलैंड में भारतीयों द्वारा रखे गए कथित काले धन की मात्रा का संकेत नहीं देते हैं।
इसके अलावा, इन आँकड़ों में वह पैसा शामिल नहीं है जो भारतीयों, एनआरआई या अन्य लोगों के पास स्विस बैंकों में तीसरे देश की संस्थाओं के नाम पर हो सकता है।
राशि हुई कम- मंत्रालय
मंत्रालय ने कहा 'हालांकि 2019 के अंत से ग्राहकों की जमा राशि वास्तव में कम हुई है। प्रत्ययी संस्थाओं के माध्यम से रखा गया धन भी 2019 के अंत से आधे से अधिक हो गया है। इसमें सबसे ज्यादा बढ़ोतरी "ग्राहकों से देय अन्य राशि" में है। ये बांड, प्रतिभूति के साथ ही आय के अन्य साधनों के रूप में है।
यह जानना जरूरी है कि भारत और स्विटजरलैंड ने एक दूसरे के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके अनुसार दोनों एक दूसरे के साथ सूचनाओं का स्वतः आदान-प्रदान करते हैं। 2018 से ही इस पर काम चल रहा है।
दोनों देशों ने 2019 और साथ ही 2020 में एक दूसरे के निवासियों के खातों की जानकारी साझा की है।
मंत्रालय ने कहा है कि चूंकि दोनों देशों के बीच वित्तीय खातों की जानकारी के आदान-प्रदान की कानूनी व्यवस्था मौजूद है ऐसे में स्विस बैंकों में जमा रकम में वृद्धि की कोई महत्वपूर्ण संभावना नहीं दिखती है, जो भारतीय निवासियों की अघोषित आय से बाहर है।
Swiss Bank: स्विस बैंक में बढ़ी भारतीयों की रकम, 20700 करोड़ जमा, जानें कौन हैं सबसे टॉप पर