
निसिथ प्रमाणिक और शुभेंदु के बचाव में उतरे BJP प्रदेश अध्यक्ष, बोले- 'यह उनकी छवि खराब करने की है कोशिश'
BJP WB Pres S Majumdar: राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक (Nisith Pramanik) के खिलाफ अलीपुरद्वार की एक अदालत ने 13 साल पुराने आभूषण दुकानों में कथित चोरी के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। तो वहीं, कथित टिप्पणी मामले में शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) के टीएमसी कार्यकर्ताओं ने एफआईआर दर्ज कराई है। दोनों नेताओं के मुश्किल में फंसने पर पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार (Sukanta Majumdar) ने बचाव करते हुए कहा, 'यह उनकी छवि खराब करने की कोशिश है।'

पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार (Sukanta Majumdar) ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा, 'टीएमसी इसमें कामयाब नहीं होगी। हमारे कार्यकर्ता टीएमसी को उत्तर बंगाल से दक्षिण 24 परगना तक खदेड़ देंगे।' तो वहीं, शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाते हुए कोलकाता के बेलियाघाटा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। जिसपर उनका बचाव करते हुए भाजपा पश्चिम बंगाल अध्यक्ष एस मजूमदार ने कहा, 'वह उस समय टीएमसी के साथ थे। लेकिन टीएमसी ने तब इसे उजागर क्यों नहीं किया? इसका मतलब है कि टीएमसी आदिवासी समुदाय का विरोध करती है।
दरअसल, पश्चिम बंगाल की मंत्री बीरबाहा हांसदा ने उनके और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक अन्य विधायक के खिलाफ कथित रूप से ''आपत्तिजनक टिप्पणी'' करने के लिए विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत बुधवार को प्राथमिकी दर्ज कराई। हांसदा ने झारग्राम पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कथित तौर पर टिप्पणी की थी कि वह और बिनपुर के टीएमसी विधायक देबनाथ हांसदा 'उनके तलवे के नीचे हैं।'
झारग्राम विधायक हांसदा ने आरोप लगाया कि टीएमसी के दोनों विधायक आदिवासी हैं, इसलिए उनके खिलाफ यह टिप्पणी की गई है। हाल ही में, एक वीडियो क्लिप वायरल हुई थी, जिसमें शुभेंदु अधिकारी को सार्वजनिक रूप से यह कहते हुए सुना गया था कि 'बीरबाहा हंसदा उनके जूते के नीचे रहने लायक है'।