मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- चुनाव से पहले कर्नाटक की सरकार को गिराने में जुटी है बीजेपी-आरएसएस
नई दिल्ली। कर्नाटक की राजनीतिक में आई हलचल पर कांग्रेस के नेता और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़ेगे ने कहा है कि भाजपा, आरएसएसएस और सभी केंद्रीय बल चुनाव से पहले कर्नाटक सरकार को अस्थिर करने और राज्यपाल शासन लाने के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं होगा। और कितना भी गिराने की कोशिश करने दो, अगर एक जाएंगे तो 10 उधर से आएंगे।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि केंद्रीय सरकार की वजह से कर्नाटक में ऑपरेशन कमल चल रहा है। यह पहले येदियुरप्पा जी द्वारा 2008 में किया गया था और अब फिर किया जा रहा है। यह बीजेपी का दिमाग है। कुछ को पैसे का लालच दिया जा रहा है, कुछ को सत्ता के साथ, कुछ को धमकी दी जा रही है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कर्नाटक की राजनीतिक में बड़ा उथल-पुथल देखने को मिला है। राज्य में हर दिन एक नया ड्रामा देखने को मिल रहा है। दूसरी ओर कांग्रेस अपने विधायकों को खरीद फरोख्त से बचाने में लगी हुई है।
Mallikarjun Kharge, Congress: BJP, RSS and all the central forces are at work to destabilise Karnataka before the elections, and bring in Governor's rule but this won't happen. Aur kitna bhi girane ki koshish karne do, agar ek jaenge to 10 udhar se aenge. https://t.co/lcdfBjoAeV
— ANI (@ANI) January 26, 2019
शिवकुमार
स्वामी
को
भारत
रत्न
से
करना
था
सम्मानित
भारत
के
पूर्व
राष्ट्रपति
प्रणब
मुखर्जी
को
भारत
रत्न
से
सम्मानित
करने
के
फैसले
पर
मल्लिकार्जुन
खड़गे
ने
कहा
कि
मैं
इसका
स्वागत
करता
हूं।
लेकिन
शिवकुमार
स्वामी
जी
ने
शिक्षा
क्षेत्र
में
बहुत
काम
किया
और
अनाथ
बच्चों
के
लिए
काम
करने
में
अपना
जीवन
बिताया
और
उन्हें
स्कूलों
में
भेजा।
उन्हें
भारत
रत्न
से
सम्मानित
किया
जाना
चाहिए।
हमें
इसकी
उम्मीद
थी।
सरकार
ने
उनका
काम
देखा
था।
तब
भी
भाजपा
सरकार
ने
उन्हें
पुरस्कार
नहीं
दिया।
यह
दुख
की
बात
है।
एक
गायक
और
एक
व्यक्ति
जो
अपनी
आरएसएस
की
विचारधारा
का
प्रचार
करते
हैं,
उन्हें
भी
सम्मानित
किया
गया
है।
यदि
आप
उन
सभी
की
तुलना
करते
हैं,
तो
शिवकुमार
स्वामी
जी
को
पुरस्कार
दिया
जाना
चाहिए
था।
Mallikarjun Kharge, Congress: Govt had seen his work. Even then the BJP govt didn't give him the award. This is sad. A singer and a man who propagates their RSS ideology have also been awarded. If you compare all of them, then Shivakumara Swami ji should have been given the award https://t.co/wU69JMLjH6
— ANI (@ANI) January 26, 2019