लोकसभा चुनाव 2019: पश्चिम बंगाल में योगी आदित्यनाथ के भाषण से नाराज हुए बीजेपी नेता
कोलकाता: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीजेपी के स्टार प्रचारकों में से है। देश भर में उनकी रैलियां हो रही हैं। लेकिन सोमवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में उनके भाषण से बीजेपी नेताओं का एक धड़ा नाराज हो गया। अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ के मुताबिक दरअसल अपने भाषण में योगी ने बेहरामपुर से कांग्रेस प्रत्याशी अधीर चौधरी पर हमला करने से परहेज किया। उन्होंने अपने 25 मिनट के भाषण में एक बार अधीर चौधरी का नाम लिया। उन्होंने बेहरामपुर से कांग्रेस प्रत्याशी पर कोई जुबानी हमला नहीं किया।
'अधीर चौधरी पर नरम रुख से नाराज'
योगी आदित्यनाथ की बेहरामपुर के यूनियन क्लब ग्राउंड में हुई चुनावी रैली में मुश्किल से 1000 लोगों की भीड़ थी। योगी आदित्यनाथ ने अपने 25 मिनट के भाषण में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सबसे ज्यादा फोकस किया और हमला बोला। योगी आदित्यनाथ ने अपने 25 मिनट के भाषण में एक बार चौधरी का जिक्र किया और कहा कि बेहरामपुर से अधीर चार बार सांसद रहे हैं। लेकिन उन्होंने लोगों के लिए काम नहीं किया है। कहा जा रहा है कि गोरखपुर से लंबे समय तक रहे लोकसभा सांसद रहे योगी आदित्यनाथ और अधीर चौधरी के बीच अच्छे रिश्ते हैं। गौरतलब है कि साल 2017 में यूपी का सीएम बनने के बाद योगी ने लोकसभा के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था। गोरखपुर को योगी का गढ़ भी कहा जाता है।
'योगी ने हमें निराश किया'
मुर्शिदाबाद जिले के कई बीजेपी नेता योगी आदित्यनाथ के भाषण से निराश दिखे क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि योगी बेहरामपुर से कांग्रेस के मजबूत प्रत्याशी अधीर चौधरी के खिलाफ हमलावर रुख अपनाएंगे। बीजेपी के जिला स्तर के एक नेता ने कहा कि योगी ने राहुल गांधी और ममता बनर्जी और तीखा और लगातार हमला किया। ये बहुत बढ़िया था। लेकिन जिले में लड़ाई अधीर और उनके लोगों से है। योगी जी ने हमें निराश किया।
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अधीर के खिलाफ दिलीप घोष के करीबी मैदान में
बीजेपी ने कांग्रसे के मजबूत प्रत्याशी अधीर चौधरी के खिलाफ साधु से राजनेता बने कृष्णा जोवारदार आर्या को मैदान में उतारा है। आर्या पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के पारिवारिक पुजारी रहे हैं। ममता लगातार ये आरोप लगाती रही हैं कि अधीर को आरएसएस का समर्थन हासिल है। हालांकि कई मौके पर नो इसे खारिज कर चुके हैं। तृणमूल कांग्रेस के जिले के लिए बनाए गए पर्यवेक्षक सुवेंदु अधिकारी अधिकारी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ से इसे फिर से साबित कर दिया। लेकिन चौधरी ने इस आरोप को हंसी में उड़ाते हुए कहा कि मैं इन आरोपों को प्रतिक्रिया देने लायक नहीं समझते हैं। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में इस बार सात चरणों में मतदान हो रहा है। बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह कह चुके हैं कि इस बार लोकसभा चुनाव में उनका लक्ष्य 23 सीटें जीतेने का है। साल 2014 के चुनाव में बीजेपी को मात्र 2 सीटें मिली थीं। ममता की अगुवाई वाली टीएमसी को 34 सीटें, कांग्रेसको 4 और लेफ्ट को 2 सीटें पांच साल पहले हुए आम चुनाव में मिली थी।