मनचाही सीट न मिली तो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे जसवंत सिंह
भाजपा ने दिग्गज नेता जसवंत सिंह को दरकिनार कर बाड़मेर से कर्नल सोनाराम को टिकट से नवाजा है। जसवंत की इच्छा को खारिज करते हुए पार्टी आलाकमान ने राज्य इकाई के फैसले को वरीयता दी है। जसवंत अब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में बाड़मेर से मैदान में उतरने की तैयारी में जुट गए हैं।
जसवंत सिंह के करीबियों की मानें तो अगर उन्हें पार्टी ने मनमुताबिक सीट ऑफर नहीं कि तो वो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और 24 मार्च को निर्दलीय के रूप में पर्चा दाखिल कर सकते हैं। जसवंत सिंह के समर्थक पार्टी के फैसले से नाराज है। अपने नेता की अनदेखी से नाराज समर्थकों ने बाड़मेर के अहिंसा चौराहे पर नरेंद्र मोदी के पोस्टर फाड़े और वसुंधरा राजे के खिलाफ प्रदर्शन किया। जसवंत के पुत्र विधायक मानवेन्द्र सिंह ने इस घटनाक्रम पर टिप्पणी से इनकार किया है।
सवंत सिंह ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात कर उन्हें अपने रुख से अवगत कराया। वहीं पार्टी की ओर से उन्हें मनाने की कोशिशें जारी है। उन्हें मानाने के लिए जसवंत सिंह के बेटे विधायक मानवेंद्र सिंह को राजे सरकार में मंत्री का पद दिया जाए।