अमेरिका में फंसी भारतीय बेटी, NRI पति के धोखे की दहला देने वाली दास्तान
बिलासपुर। एनआरआई पति की प्रताड़ना की शिकार बिलासपुर की एक युवती अमेरिका में फंस गई है। युवती और उसके परिजनों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। अमेरिका के बाल्टीमोर शहर में बिलासपुर की महिला चार वर्ष के मासूम बेटे के साथ 8 महीने से बिना पासपोर्ट के रह रही है। उसके दहेजलोभी पति ने उस पर तलाक लेने और अपने ही बच्चे को लेकर भागने का सनसनीखेज आरोप लगाकर कानून के पेच में फंसा दिया। जिससे उसकी भारत आने की राहें मुश्किल हो गईं हैं। सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाशपुंज ने सीएम रमन सिंह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है।
निधि की शादी 2012 में विशाखापट्टनम के रहने वाले रविशंकर के साथ हुई थी
बिलासपुर में रहने वाले वीएन राव की बेटी मेहर निधि की शादी 2012 में विशाखापट्टनम के रहने वाले रविशंकर के साथ हुई थी। रविशंकर अमेरिका के बाल्टीमोर शहर में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता है। वह और उसका पूरा परिवार वहीं बस गया है, वह वहां का ग्रीन कार्डधारी भी है। विवाह के 1 माह के दौरान ही दोनों के बीच तनाव की शुरुआत हो चुकी थी। धीरे-धीरे, रवि शंकर अपनी पत्नी मेहर निधि का शारीरिक और मानसिक रूप से शोषण करने लगा। इसी बीच वह गर्भवती हो चुकी थी। लड़का लड़की के परिजनों से लगातार पैसे की मांग कर रहा था।
NRI ने अपने बेटे को बाथ टब में डुबाकर मारने की कोशिश की
करीब 2 साल तक निधि पति रविशंकर से रिश्ते सुधारने की कोशिश करती रही, लेकिन जब उसे लगा कि उसकी इस कोशिश रंग नहीं ला रही है तो उसने खुद के पैरों पर खड़े होने की सोची। निधी वापस भारत आ गई और यहां वो जीआरई की कोचिंग करने लगी। कोचिंग खत्म होने पर उसने वापस अमेरिका जाकर एक कॉलेज में एमएस के कोर्स में एडमिशन ले लिया। इसी दौरान उसे अपने पति के अवैध रिश्तों के बारे में पता लगा तो उसने इस बात का विरोध किया। दोनों के बीच इसको लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ। रवि ने अपने बेटे को बाथ टब में डुबाकर मारने की कोशिश की। बाद में इसका भी इल्जाम निधि पर लगा दिया।
पति की प्रताड़ना से तंग आकर निधि भारत आई तो...
पति की प्रताड़ना से तंग आकर निधि अपने बच्चे के साथ वापस भारत आ गई। निधि ने बच्चे को माता-पिता के पास रखकर पढ़ाई जारी रखी। पढ़ाई के दौरान ही निधि को अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग से नौकरी का प्रस्ताव आया। पत्नी को बेहतर नौकरी मिलने से बौखलाए रविशंकर ने उसके खिलाफ बच्चे को लेकर भागने और डाइवोर्स का झूठा आरोप लगाकर उसे कानूनी प्रक्रिया में उलझा दिया। वीजा जब्त होने के बाद निधि की नौकरी भी चली गई है। अब भूखों मरने की नौबत आ गई है।
सुषमा स्वराज से लगाई गुहार
निधि के पिता ने बताया कि बीते एक साल से वह अपनी गाढ़ी कमाई का पूरा हिस्सा बेटी व मासूम नाती का जीवन बचाने में खर्च कर रहे हैं। अब तक एक करोड़ रुपए से भी अधिक की राशि खर्च हो चुकी है। निधि के माता-पिता और भाई ने प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश मंत्रालय में भी गुहार लगाई है साथ ही ट्विटर पर भी सुषमा स्वराज से आग्रह किया है परन्तु अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। अब सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाशपुन्ज पाण्डेय पीड़ित परिवार के लिए पीएम मोदी, सुषमा स्वाराज और भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगाई है।