अश्विनी चौबे बोले- नीतीश कुमार इंजीनियर, तेजस्वी कैबिनेट की स्पेलिंग भी नहीं बता सकते
अश्विनी चौबे बोल- तेजस्वी नहीं बताए कैबिनेट की स्पेलिंग
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अश्वनी चौबे ने कहा है कि बिहार में एनडीए के सीएम फेस नीतीश कुमार और महागठबंधन के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार तेजस्वी यादव में कोई मुकाबला नहीं है। चौबे ने शनिवार को कहा कि लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी तो कैबिनेट की स्पेलिंग भी नहीं बता पाएंगे जबकि नीतीश कुमार एक योग्य इंजीनियर हैं। तेजस्वी की ओर से 10 लाख नौकरियों के वादे को लेकर चौबे ने एक चुनावी सभा में उन पर ये तंज किया है।
तेजस्वी दसवीं की परीक्षा नहीं दे पाए: चौबे
बिहार के बक्सर से सांसद अश्विनी चौबे ने एनडी का चुनाव प्रचार करते हुए कहा, जो इंसान (तेजस्वी यादव) 10वीं कक्षा की परीक्षा भी नहीं दे सका है, वह नीतीश कुमार जैसे इंजीनियर की आलोचना कर रहा है। पहली कैबिनेट मीटिंग में वो नौकरियां देने की बात कह रहे हैं भले ही कैबिनेट की स्पेलिंग भी नहीं लिख पाएं। चौबे ने कहा कि इनके पिता (लालू यादव) ने भी वादा किया था कि पहली कैबिनेट बैठक में एक लाख नौकरियां देंगे, लेकिन आवेदन अभी तक कूड़ेदान में पड़े हैं। तेजस्वी यादव के नौंवी तक पढ़े होने को लेकर उनके विरोधी दल लगातार इस चुनाव में उनपर निशाना बना रहे हैं।
ये पप्पू और गप्पू का गठबंधन: चौबे
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने राजद और कांग्रेस के गठबंधन को गप्पू और पप्पू का गठबंधन कहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद गठबंधन के लोग गप्पू और पप्पू हैं जो सिर्फ वादों का लप्पू देंगे, बाकी कुछ नहीं। ऐसे में लोगों को ऐसे गठबंधन नेताओं की बातों में नहीं आना चाहिए। चौबे ने कहा, ये विधानसभा चुनाव धर्मयुद्ध है। चुनाव में नीतीश के नेतृत्व में फिर एक बार एनडीए की सरकार बनेगी और महागठबंधन की बड़ी हार होगी।
बिहार में दो चरण का चुनाव बाकी
बिहार में 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है। प्रदेश में तीन फेज में चुनाव है। पहले चरण के लिए वोटिंग हो चुकी है। दूसरे चरण में 3 नवंबर और तीसरे चरण का चुनाव 7 नवंबर को होगा। नतीजों का ऐलान 10 नवंबर को होगा। पहले चरण में 71 सीटों पर, दूसरे चरण में 94 और तीसरे चरण में 78 विधानसभा सीटों पर चुनाव है। बता दें कि इस समय बिहार में एनडीए (जदयू+भाजपा) की सरकार है। इस चुनाव में भी एनडीए और राजद, कांग्रेस, वामपंथी दलों में मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। इनके अलावा लोजपा एनडीए से बाहर होकर चुनाव लड़ रही है। वहीं पप्पू यादव और चंद्रशेखर आजाद ने भी मोर्चा बनाया है। अन्य मोर्चा उपेंद्र कुशवाहा, बसपा और असदुद्दीन औवेसी की एआईएमआईएम का है।
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