
स्पेस सेक्टर के नए कीर्तिमानों पर पीएम ने जताई खुशी, पढ़ें 'Mann Ki Baat' की बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर के आखिरी रविवार यानी आज देश की जनता के साथ 'मन की बात' की। ये इस कार्यक्रम का 95वां एपिसोड था। जिसमें उन्होंने भारतीय संस्कृति, G-20 की बैठक समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम को 130 करोड़ जनता से जुड़ने का एक अवसर बताया। आइए जानते हैं 'मन की बात' में पीएम मोदी के संबोधन से जुड़ी बड़ी बातें-

1- पीएम मोदी ने कहा कि G-20 की मेजबानी भारत के लिए सुनहरा अवसर है। G-20 की विश्व जनसंख्या में दो-तिहाई, वैश्विक व्यापार में तीन-चौथाई, और दुनिया की GDP में 85% भागीदारी है। आप कल्पना कर सकते हैं- भारत इतने बड़े समूह, इतने सामर्थ्यवान समूह की की अध्यक्षता करने जा रहा है।
2- आने वाले दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में G-20 से जुड़े अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लोगों को अलग-अलग राज्यों में आने का मौका मिलेगा।
3- 18 नवंबर को पूरे देश ने स्पेस सेक्टर में एक नया इतिहास बनते देखा। इस दिन भारत ने अपने पहले ऐसे रॉकेट को अंतरिक्ष में भेजा, जिसे भारत के प्राइवेट सेक्टर ने डिजाइन और तैयार किया था। इस रॉकेट का नाम 'विक्रम-एस' है।
4- जब श्रीहरिकोटा से स्वेदशी स्टार्टअप के रॉकेट ने उड़ान भरी तो पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा हो गया। 'विक्रम-एस' के लॉन्च मिशन को जो नाम 'प्रारंभ' दिया गया है, वो उस पर बिल्कुल फिट बैठता है। ये भारत में प्राइवेट स्पेस सेक्टर के लिए एक नए युग के उदय का प्रतीक है।
5- स्पेस को प्राइवेट सेक्टर के लिए खोले जाने के बाद युवाओं के ये सपने भी साकार हो रहे हैं। रॉकेट बना रहे ये युवा मानो कह रहे हैं - Sky is not the limit.
6- देश की जनता को ये जानकर अच्छा लगेगा कि बीते 8 वर्षों में भारत से संगीत के उपकरणों का निर्यात साढ़े तीन गुना बढ़ गया है। इलेक्ट्रिकल संगीत उपकरण की बात करें तो उसका निर्यात 60 गुना बढ़ा है।
7- संगीत की हमारी विधाओं ने ना केवल हमारी संस्कृति को समृद्ध किया, बल्कि दुनियाभर के संगीत पर अपनी अमिट छाप भी छोड़ी है। भारतीय संगीत की ख्याति विश्व के कोने-कोने में फैल चुकी है।
8- हरदोई के गांव बांसा में जतिन ललित सिंह शिक्षा की अलख जगाने में जुटे हैं। जतिन ने 2 साल पहले यहां सामुदायिक पुस्तकालय और अनुसंधान केंद्र शुरू किया। यहां 3000 से ज्यादा पुस्तकें उपलब्ध हैं।
9- झारखंड के संजय कश्यप को अच्छी पुस्तकों की कमी का सामना करना पड़ा था। वो अब झारखंड के कई जिलों में बच्चों के लिए लाइब्रेरी मैन बन गए हैं। उन्होंने झारखंड के कई जिलों में बच्चों के लिए लाइब्रेरी खोल दी है।
10- नागा संस्कृति के जो खूबसूरत आयाम धीरे-धीरे खोने लगे थे उन्हें 'LIDI KROU' संस्था ने पुनर्जीवित करने का काम किया है। उदाहरण के लिए इस संस्था ने नागा संगीत की एल्बम लॉन्च करने का काम शुरू किया है।
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