कुलदीप सेंगर ही नहीं, यूपी के इन दिग्गजों को भी हुई उम्रकैद की सजा, जेल में गुजर रही जिंदगी
Before Kuldeep Sengar, These Veteran leaders Have Also been Sentenced to Life Imprisonmentकुलदीप सेंगर को उन्नाव रेप केस में उम्रकैद की सजा सुनाई है। पहले कई सांसद और विधायक पहले से ही दुष्कर्म के अलावा सामूहिक हत्याकांड के मामले में सालों उम्रकैद की सजा काट रहे हैं, जानिए वो कौन है और किन पार्
बेंगलुरु। उन्नाव रेप केस में कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को अजीवन कारावास की सजा हुई है। 20 दिसंबर को तीस हजारी कोर्ट ने उन्नाव रेप केस में कुलदीप सेंगर को दोषी माना और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई। इसके साथ ही सेंगर पर 25 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। सजा पर बहस के दौरान सीबीआई ने कोर्ट से अधिकतम सजा की मांग की थी। 16 दिसंबर को दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने सेंगर को धारा 376 और पॉक्सो के सेक्शन 6 के तहत दोषी ठहराया था। सेंगर और उसके साथियों ने 2017 में नाबालिग लड़की को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया था।
यह कोई पहला मौका नहीं है जब किसी विधानसभा सदस्य को सजा हुई हैं। वर्तमान विधासभा औी इससे पूर्व की विधानसभाओं में सदस्य रह चुके कई राजनेताओं को इसी तरह की सजा हो चुकी है जो वर्तमान पिछले कई वर्षों से जेल में बंद उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। उम्रकैद की जेल में सजा काट रहे है इनमें से तो कुछ मंत्री और कुछ सांसद तक रह चुके हैं।
आशोक सिंह चंदेल
कुलदीप सेंगर मौजूदा विधानसभा के ऐसे दूसरे सदस्य है जिन्हें आपराधिक मामले में उम्रकैद हुई है। इससे पहले हमीरपुर के भाजपा के ही विधायक आशोक सिंह चंदेल को सामूहिक हत्याकांड में उम्रकैद की सजा हो चुकी है। चंदेल ने 26 जनवरी 1997 को एक ही परिवार के पांच लोगों की सामूहिक हत्या की थी। चंदेल को अजीवन कारावास सजा सुनाए जाने के बाद उनकी खाली विधानसभा सीट पर कुछ दिनों पूर्व चुनाव भी हो चुका है।
अमरमणि त्रिपाठी
बसपा सुप्रीमों मायावती के अलावा भाजपा की सरकारों में राज्यमंत्री रहे अमरमणि त्रिपाठी को भी मधुमिता हत्याकांड में उम्रकैद की सजा हुई। उनके साथ उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को भी अजीवन कारावास की सजा हुई थी। वो दोनों ही जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। उन्होंने 9 मई 2003 में लखनऊ में मधुमिता नामक महिला की हत्या कर दी थी।
शेखर तिवारी
उत्तर प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल में रहे वर्ष 2008 में 24 दिसंबर को औरेय्या जिले के विधायक शेखर तिवारी ने मायावती के बर्थडे पर चंदा न दिए जाने के कारण लोक निर्मा ण विभा ग के इंजीनियर मनोज कुमार की अपने साथियों के साथ ऐसी पिटाई की उसकी मौत हो गयी। इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी को भी अजीवन कारावास हुआ।
करवरिया बंधुओं को उम्रकैद
इलाहाबाद विधायक जवाहर पंडित हत्याकांड में करवरिया बंधुओं को उम्रकैद की सजा हुई। उनमें इस हत्याकांड में जिन तीन भाईयों को सजा हुई उनमें बसपा से सांसद रहे कपिलमुनि करवरिया भाजपा से विधायक रहे उदयभान करवरिया और विधानसभा सदस्य रहे सूरजभानु करवरिया शामिल हैं। मालूम हो कि 13 अगस्त 1996 में जवाहर पंडित की हत्या हुई थी।
कप्तान सिंह राजपूत
यूपी के चरखारी से सपा विधायक रहे कप्तान सिंह राजपूत भी उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। सजा के चलते उन्होंने अपनी विधानसभा सीट गंवा दी थी। लेकिन बाद में उनकी पत्नी उसी सीट से सपा विधायक बनी।राजपूत पर पेशी पर आए कैदी की हत्या का आरोप लगा था।
गायत्री प्रजापति
यूपी में अखिलेश यादव की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके गायत्री प्रजापति भी सकरार जाने के बाद से दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद हैं। इस मामले में ट्रायल चल रहा है। एक बार जमानत मिलने के बाद दोबारा उन्हें जेल में डाल दिया गया। वहीं भाजपा के सांसद और केन्द्र और गृहराज्यमंत्री पद पर रह चुके कृष्णपाल सिंह उर्फ चिन्यानंद भी इस समय दुष्कर्म के एक मामले में जेल में हैं।
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