Bansi Kaul Death: रंगकर्मी पद्मश्री बंसी कौल का निधन, लंबे वक्त से थे बीमार
Bansi Kaul Death: रंगकर्मी पद्मश्री बंसी कौल का निधन, लंबे वक्त से थे बीमार
Bansi Kaul Death: प्रख्यात रंगकर्मी पद्मश्री बंसी कौल का शनिवार (6 फरवरी) को निधन हो गया। 71 वर्षीय बंसी कौल लंबे वक्त से बीमार थे। बंसी कौल का निधन शनिवार सुबह 8 बजकर 46 मिनट पर दिल्ली स्थित द्वारका में हुआ। हाल ही में बंसी कौल का कैंसर की वजह से ऑपरेशन हुआ था। नवंबर 2020 से वो अस्वस्थ चल रहे थे। बंसी कौल का जन्म जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में 23 अगस्त 1949 को हुआ था। बंसी कौल एक मशहूर थिएटर आर्टिस्ट, डायरेक्टर और एक डिजाइनर भी हैं। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक रहे बंसी कौल ने भोपाल में रंग विदूषक के नाम से अपनी संस्था बनाई थी। बंसी कौल को 2014 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
जानिए बंसी कौल के बारे में?
- बंसी कौल ने 1973 में नई दिल्ली के प्रसिद्ध राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने करियर की शुरुआत एनएसडी रिपर्टरी कंपनी में बतौर डॉयरेक्टर के तौर पर किया। वह शुरू में एनएसडी के साथ एक शिक्षक के रूप में कार्यरत थे।
- 1984 में बंसी कौल ने अपने स्वयं के नाट्य समूह रंग विदूषक की स्थापना की और देश-दुनिया में अपनी नाट्य शैली की वजह से अलग पहचान बनाई। बंसी कौल की कौल की संस्था रंग विदूषक ड्रामा थिएटर ने विभिन्न शैलियों में करीब 80 से ज्यादा नाटक तैयार किए हैं।
- कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए, बंसी कौल को 2016 में कालिदास सम्मान से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें संगीत नाटक अकादमी से भी नवाजा गया थ।
- बंसी कौल का सबसे मशहूर प्रदर्शन कवि-संत कबीर की संग्रहित कृतियों पर आधारित 'केहन कबीर' है। जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय कालिदास सम्मान से सम्मानित किया गया था।