राम रहीम ने अदालत में खुद को बताया था नपुंसक, जज ने दिया ये जबरदस्त जवाब
गुरमीत ने अदालत में खुद को बताया नपुंसक तो जज ने दिया ये जवाब
नई दिल्ली। 28 अगस्त को सीबीआई अदालत ने गुरमीत राम रहीम को 20 की सजा सुनाई है। अदालत ने गुरमीत को दो साध्वियों से रेप का आरोपी पाया था। ये मामला 15 साल से कोर्ट में था। अदालत में गुरमीत ने इससे बचने के लिए कई तरीके अपनाये। यहां तक कि उसने अपने स्टेटमेंट में खुद को नपुंसक बताया।
जज बोले- तुम्हारी तो बेटियां है
गुरमीत सिंह ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि वो 1990 से ही नपुंसक है और इस हालत में वो भला कैसे किसी के साथ रेप कर सकता है। इसको उसने कोर्ट में साबित करने की कोशिश की लेकिन कामयाब ना हो सका। उसके इस दावे की हवा तब निकल गई जब जज ने उससे कहा कि नपुंसक होने की बात कर रहे हो लेकिन तुम्हारी तो दो बेटियां हैं और एक बेटा है।
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राम रहीम को 20 साल की सजा, 30 लाख का जुर्माना
कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम दो रेप के मामलों में 20 साल की सजा दी है और उस पर 30 लाख का जुर्माना लगाया गया है। जिसमें से 14-14 लाख दोनों पीड़िताओं को दिए जाएंगे। सजा सुनाए जाने के बाद राम रहीम सिंह ने कोर्ट में ही बैठ गया था। उसे अदालत से बाहर खींच कर लाया गया।
2002 में सामने आया था मामला
गुरमीत के खिलाफ रेप का ये मामला 2002 में सामने आया था। उसे 15 साल बाद इस मामले में सजा मिली है। 2002 में एक साध्वी ने गुरमीत पर खुद के साथ गुफा में बलात्कार की बात कहते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को चिट्ठी लिखी थी। इसके बाद मामला जब प्रकाश में आया तो इसकी सीबीआई जांच हुई।