अयोध्या पर फैसले के बाद सभी धर्मों के धर्मगुरुओं की NSA डोवाल के साथ हुई बैठक
नई दिल्ली। देश के सबसे चर्चित मामलों में से एक अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद रविवार को दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के आवास पर सभी धर्मों के धर्मगुरुओं की बैठक हुई। इस बैठक में योगगुरु बाबा रामदेव, स्वामी परमात्मानंद, स्वामी अवधेशानंद, शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद के अलावा कुछ अन्य धर्मगुरु भी मौजूद रहे। इस बैठक के बाद साक्षा बयान जारी किया गया।
सभी पक्षों के धर्मगुरुओं की बैठक के बाद जारी साझा बयान में कहा गया कि इस बैठक से आपसी सद्भाव और भाईचारे की भावना कायम रखने में मदद मिली है। इसमें कहा गया कि बैठक में मौजूद लोग इस तथ्य से वाकिफ थे कि देश के भीतर और बाहर दोनों कुछ देश-विरोधी तत्व, राष्ट्रीय हित को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर सकते हैं।
इस बैठक में कहा गया कि हमने देश में शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल से मुलाकात की। हम शांति कायम रखने के लिए बातचीत जारी रखेंगे। इसके पहले, शिया वक्फ बोर्ड और निर्मोही अखाड़े के दावे को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज करते हुए अयोध्या की विवादित जमीन का मालिकाना हक रामलला विराजमान को देने फैसला सुनाया। अयोध्या मामले में 40 दिनों तक चली रोजाना सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 16 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को मस्जिद के लिए अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक, केंद्र तीन महीने के भीतर मंदिर निर्माण के लिए योजना तैयार करेगी। इसके लिए बोर्ड ऑफ ट्रस्टी का गठन किया जाएगा।