JNU छात्र उमर खालिद पर हमले के मामले में दो लोग हिरासत में, गौरक्षा संगठन से जुड़े हैं दोनों
नई दिल्ली। जेएनयू छात्र नेता उमर खालिद पर हमला करने वाले दो हमलावरों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है, दोनों अपने आप को गौरक्षक बताते हैं। आपको बता दें कि 13 अगस्त को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब के बाहर उमर खालिद पर जानलेवा हमला किया गया था। इन दोनों आरोपियों ने व्हाट्सऐप पर एक वीडियो जारी कर उमर पर हमले की जिम्मेदारी ली थी, फिलहाल पुलिस दोनों युवकों से पूछताछ कर रही है।
एक पिस्तौल भी बरामद हुई थी, जिसमें 6 जिंदा कारतूस थे
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने हमला करने वाले शख्स का सीसीटीवी फुटेज जारी किया था, जिसमें संदिग्ध कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के पास, विट्टलभाई मार्ग पर भागता हुआ दिखाई दे रहा था। आपको बता दें कि कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के बाहर जहां हमला हुआ था वहां से पुलिस को एक पिस्तौल भी बरामद हुई थी, जिसमें 6 जिंदा कारतूस थे।
खालिद ने बताया-कैसे हुआ था हमला
अपने हुए हमले के बारे में खालिद ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा था कि वो इस वक्त 'यूनाइटेड अगेंस्ट हेट' नाम से चल रही एक मुहिम से जुड़े हैं और इसी के एक कार्यक्रम में शामिल होने वह कॉन्स्टिट्यूशन क्लब पहुंचे थे, ये प्रोग्राम 2:30 पर था लेकिन वो थोड़ा जल्दी पहुंच गए थे इसलिए वो अपने दोस्तो के साथ क्लब के बाहर चाय पीने चले गए थे, वो जब चाय पीकर लौट रहे थे तभी एक अज्ञात व्यक्ति ने पीछे से उन पर हमला किया।
उस व्यक्ति ने मुझ पर पिस्तौल तान दी
मैं नीचे गिर गया, उस व्यक्ति ने मुझ पर पिस्तौल तान दी थी लेकिन मेरे दोस्तों ने पीछे से उसे पकड़ने की कोशिश की, इसी अफरा-तफरी में गोली चल गई लेकिन वो मुझे लगी नहीं और वो शख्स भाग गया। इस घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और वहां से एक पिस्तौल बरामद किया, जिसमें 6 जिंदा कारतूस थे।
शेहला रशीद शोरा को मिली थी धमकी
उमर खालिद पर हुए हमले के दूसरे दिन लेफ्ट व स्टूडेंट ऐक्टिविस्ट शेहला रशीद शोरा माफिया डॉन रवि पुजारी की ओर से मुंह बंद करने की धमकी मिली थी, जिसकी शिकायत शेहला ने पुलिस में दर्ज कराई थी।
उमर खालिद ने हाल ही में जेएनयू से पीएचडी पूरी की
गौरतलब है कि उमर खालिद ने हाल ही में जेएनयू से पीएचडी पूरी की है, वो भाजपा और दक्षिणपंथी संगठनों का कड़ा विरोध करते रहे हैं।