जोरहाट: प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी से पूछा- क्या कभी पीएम चाय बागान गए हैं?
जोरहाट। असम विधानसभा चुनाव 2021 को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। तो वहीं, असम में अपनी खोई सत्ता को वापस पाने के लिए रविवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी जोरहाट पहुंच गई। यहां उन्होंने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पूछा, 'क्या पीएम मोदी कभी चाय बगान गए, वहां महिला कार्यकर्ताओं से मिले? चाय बगान मजदूरों को दिहाड़ी के रूप में 350 रुपए प्रतिदिन देने का वादा करने वाले पीएम को क्या कभी इन मजदूरों का दर्द महसूस नहुीं हुआ?'
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प्रियंका गांधी ने अपने भाषण की शुरूआत करते हुए कहा कि मैं पिछले बार जब असम आई थी, तो मुझे जो चाय बगान में काम करती है अपनी बहनों से मुलाकात करने का मौका मिला। कहा कि चाय के बगान में जब मैंने अपनी बहनों से बात की तो मुझे बहुत सारी चीजे पता चली। जो मैं पहने नहीं जानती थी। कहा कि असम की जो संस्कृति है जिसके बारे में जो भी नेता आता है बात करता है। चाहे वो कांग्रेस पार्टी का नेता है, चाहे वो भाजपा का नेता है। हम सब यहां आकर आपको बड़े-बड़े भाषण देते है। कहा कि भाषण में कहते है कि आपकी संस्कृति को बचाने वाले हम है।
लेकिन उसे चाय के बगान में जब मैं गई और मैं अपनी बहनों से मिली तो मुझे यह एहसास हुआ कि आपकी संस्कृति की रखवाली मेरे सामने बैठी हुई थी। जो चाय के बगानों में महिलाएं काम करती है, जो महिलाएं दिन पर मजदूरी करती है। जो घर-गृहस्ती संभालती है, वहीं महिलाएं असम की मां है। वहीं, महिलाएं असम की बेटियां है और वहीं महिलाएं असमिया संस्कृति की रखवाली करने वाली है। प्रियंका गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'पीएम मोदी ने कल (शनिवार) बड़ी गंभीरता से चुनाव रैली को संबोधित करते हुए कह रहे थे कि मैं आपसे एक बहुत बड़ा दुख है वो मैं अपने सामने रखना चाहता हूं।'
प्रियंका गांधी ने कहा मैंने सोचा बहुत गंभीर बात होगी, असम की विकास की बात होगी। लेकिन मैं अगले पल हैरान हो गई, जब पीएम मोदी ने कहा कि एक 22 साल की महिला ने ट्वीट किया था औऱ वो उसे ट्वीट के बारे में चर्चा कर रहे थे। इस दौरान प्रियंका गांधी ने पूछा कि जब असम में बाढ़ आई तो उन्हें दुख क्यों नहीं हुआ। जब यहां सीएए का आंदोलन हुआ, असम में आग लगी तो प्रधानमंत्री को दुख क्यों नहीं हुआ। तो वो असम की जनता के सामने क्यों नहीं आए, तब क्यों उन्होंने अपना दुख व्यक्त किया।
प्रियंका गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि, जब पिछले चुनाव में उन्होंने तमाम वादे किए, जिन्होंने उन्होंने एक-एक करके तोड़ दिया। तब उनको क्यों दुख नहीं हुआ। प्रियंका गांधी ने पूछा, 'क्या वो किसी चाय के बगान में गए है, क्या वहां वो मेरी बहनों से मिले है? चाय बगान मजदूरों को दिहाड़ी के रूप में 350 रुपए प्रतिदिन देने का वादा करने वाले पीएम को क्या कभी इन मजदूरों का दर्द महसूस नहुीं हुआ?' तब उन्हें दुख नहीं हुआ।