इस्तीफे पर बोले पनगढ़िया, नहीं पता था 5 साल का है कार्यकाल
नई दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने अपने पद से इस्तीफे की घोषणा के बाद कहा है कि उन्हें नहीं पता था कि उपाध्यक्ष का पद भी प्रधानमंत्री के साथ-साथ चलता है। यानि, पनगढ़िया इस बात से वाकिफ नहीं थे कि उनका कार्यकाल भी 5 वर्ष के लिए है। साथ में उन्होंने सरकार में किसी भी प्रकार के विरोध या सत्ता के दो केंद्र होने की बात को नकारा है।
इस्तीफे के बाद पीटीआई को दिए इंटर्व्यू में पनगढ़िया ने कहा है कि मोदी सरकार में नीति आयोग के उपाध्यक्ष पद के लिए उनके पास कॉल आया था लेकिन इस पद पर बैठने के बाद भी उन्हें नहीं बताया गया था कि उनका कार्यकाल पीएम के कार्यकाल के साथ चलेगा। साथ ही उन्होंने इस बात से इनकार किया है कि सत्ता के दो केंद्र होने की वजह से उन्होंने पद छोड़ा है।
आपको बता दें कि पगढ़िया ने अपने पद छोड़ने को लेकर सरकार से किसी भी प्रकार के मदभेद से इनकार किया है। उन्होंने सरकार के दो केंद्र होने की बात को भी नकारा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरकार में आते ही योजना आयोग को हटाकर नीति आयोग की स्थापना की गई थी, जिसके उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया को चुना गया था।
पनगढ़िया अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं और वे अध्यापन के लिए कोलंबिया यूनिवर्सिटी जा रहे हैं। अरविंद पनगढ़िया 31 अगस्त को विदाई लेंगे।