Arnab Goswami की कथित चैट लीक, प्रशांत भूषण बोले- कानून का राज होता तो जेल में होते गोस्वामी
नई दिल्ली। Republic Media के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) का कथित व्हाट्सएप चैट सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। अर्णब गोस्वामी के व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग साझा करके उनपर निशाना साध रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी गोस्वामी के व्हाट्सएप चैट की स्क्रीनशॉट को साझा करते हुए उनपर निशाना साधते हुए कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि अर्नब गोस्वामी अपने पद का गलत प्रयोग कर रहे हैं और राजनीतिक गलियारों में अपनी पहचान का इस्तेमाल व्यक्तिगत लाभ के लिए कर रहे हैं।
प्रशांत भूषण ने इन स्क्रीनशॉट को ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा है, ये हैं अर्नब गोस्वामी और बार्क के सीईओ के बीच बातचीत के व्हाट्सएप चैट के कुछ स्क्रीनशॉट। इन स्क्रीनशॉट में कई षड़यंत्र देखे जा सकते हैं कि कैसे अर्नब गोस्वामी की सरकार में कितनी पैठ है। यह मीडिया का बेजा इस्तेमाल है। अर्नब मीडिया और अपना ताकत का इस्तेमाल ब्रोकर के तौर पर कर रहे हैं। अगर किसी भी देश में जहां कानून का राज है वहां अर्नब गोस्वामी जेल में होते। वहीं प्रशांत के इस ट्वीट का जवाब देते हुए पत्रकार मीना दास नारायण ने पूछा क्या आपको इसपर यकीन है, क्या आप एक भी वजह दे सकते हैं कि आखिर क्यों आप पर भरोसा करना चाहिए, एकदेशभक्त पत्रकार जोकि भारत के लिए खड़ा होता है, उसके बारे में देशद्रोही बोल रहा है।
बता दें को जो स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है उसमे अर्नब गोस्वामी और बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के बीच बातचीत चल रही है। लोग इस व्हाट्एप लीक की तुलना राडिया टेप से कर रहे हैं और इस पूरे मामले में अर्नब गोस्वामी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। व्हाट्सएप चैट में कथित तौर पर अर्नब गोस्वामी और पार्थो के बीच टीआरपी रेटिंग को लेकर बात हो रही है। बता दें कि टीआरपी स्कैम की सुनवाई को बॉम्बे हाई कोर्ट ने 29 जनवरी तक के लिए टाल दिया था। इस मामले की सुनवाई 29 जनवरी को होगी। वहीं मुंबई पुलिस का कहना है कि अगली सुनवाई तक वो अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार नहीं करेगी।
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