सेना भर्ती में बड़े बदलाव की तैयारी, चार साल की संविदा सेवा फिर 25% की होगी पक्की भर्ती - रिपोर्ट
नई दिल्ली, 28 मई। भारतीय सेना के तीनों अंगों- थल सेना, नौसेना और वायु सेना- में भर्ती को लेकर बड़ा बदलाव होने वाला है। टूर ऑफ ड्यूटी/अग्निपथ योजना के तहत तीनों सेवाओं में बड़े बदलाव का प्रस्ताव दिया गया है। इसके तहत भर्ती होने वाले 100 प्रतिशत सैनिकों को चार साल बाद सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा और फिर इनमें से 25 प्रतिशत को पूर्ण सेवा के लिए सूची बद्ध किया जाएगा।
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कभी भी हो सकती है योजना की घोषणा
उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि नई भर्ती योजना की घोषणा किसी भी समय हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक टूर ऑफ ड्यूटी के अंतिम प्रारूप पर बहुत चर्चा हुई है और कुछ नए सुझाव प्रस्तावित किए गए हैं जिन्हें स्वीकार किए जाने की संभावना है।
प्रारंभिक प्रस्ताव में कहा गया था कि कुछ प्रतिशत रंगरूटों को ट्रेनिंग समेत तीन साल की सेवा के बाद रिहा किया जाएगा जबकि अन्य को 5 साल की संविदा सेवा के बाद मुक्त किया जाएगा। वहीं नए प्रस्ताव में सभी रंगरूटों को चार साल की सेवा के बाद मुक्त किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है।
25 प्रतिशत को फिर से बुलाया जाएगा
चार साल बाद इन सैनिकों को सेवा से हटाए जाने के बाद 30 दिनों की अवधि के अंदर उनमें से 25 प्रतिशत को वापस बुला लिया जाएगा और उन्हें एक नई तारीख से पूर्ण सेवा के लिए फिर से भर्ती किया जाएगा। यहां यह ध्यान रखने की बात है कि वेतन और पेंशन के निर्धारण के दौरान उनकी पिछली चार वर्षों की संविदा सेवा को नहीं गिना जाएगा। ऐसा करने से सरकार को बड़ी धनराशि की बचत होने की उम्मीद है।
कुछ ट्रेड को मिल सकती है छूट
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि हालांकि इन तीन सेवाओं में सैनिकों के कुछ ट्रेड को अपवाद में रखा जा सकता है जिसमें उनकी नौकरी की तकनीकी प्रकृति के कारण उन्हें चार साल की संविदा सेवा से छूट दी जा सकती है। इसमें आर्मी मेडिकल कोर में शामिल कर्मी हो सकते हैं।
टेक्निकल डिग्री वालों की सीधी भर्ती का प्रस्ताव
इसमें एक प्रस्ताव यह भी था कि टेक्निकली प्रशिक्षित मैन पॉवर को प्रशिक्षण संस्थानों से सीधी भर्ती की जानी चाहिए ताकि उनके तकनीकी प्रशिक्षण पर अधिक समय न खर्च हो। सेना प्रशिक्षण कमान को इस बारे में अध्ययन का काम दिया गया था लेकिन अभी उसके परिणामों का पता नहीं चल पाया है।
दो वर्षों से कोई भर्ती नहीं
सेना
में
लगभग
दो
वर्षों
से
कोई
भर्ती
नहीं
हुई
है
जिसके
चलते
भर्ती
की
तैयारी
करने
वाले
युवाओं
में
काफी
चिंता
है।
कई
युवाओं
को
डर
है
कि
जब
तक
नई
भर्ती
की
घोषणा
की
जाएगी
तब
तक
उनकी
उम्र
निकल
गई
है।
इसके
चलते
हरियाणा
और
पंजाब
में
युवाओं
ने
विरोध
प्रदर्शन
भी
किया
है।
हरियाणा
में
कई
ऐसे
मामले
भी
सामने
आए
हैं
जब
युवाओं
ने
सेना
में
भर्ती
नहीं
हो
पाने
और
उम्र
निकलने
के
कारण
निराशा
आत्महत्या
जैसा
खौफनाक
कदम
उठा
लिया।