बैंको में जमा पूरे पैसे को व्हाइट मानना गलत- अमित शाह
अमित शाह बोले जो पैसा बैंक में डाला गया है वह पूरा व्हाइट मनी नहीं है, इस पैसे का ऑडिट किया जाएगा जिसके बाद कालाधन पर जुर्माना देना होगा।
नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जो भी पैसा बैंक में डाला गया है वह व्हाइट हो गया है ऐसा मानना गलत है। जो भी पैसा बैंक में डाला गया है उसका ऑडिट होगा और गलत तरीके से डाले गए पैसे पर जुर्माना देना होगा।
एक टीवी कार्यक्रम में बोलते हुए शाह ने कहा कि देश के जर्नलिस्ट यह बात अपने दिमाग से निकाल लें कि बैंक में पैसा भरने से पैसा व्हाइट हो गया है। वह पैसा वैध या है अवैध उसका आंकलन अब होगा। हमारा मकसद यही था कि जो पैसा सिस्टम से बाहर था उसे सिस्टम में लाया जाए।
ये जो पैसा बैंक में आया है वह व्हाइट मनी नहीं है, जो लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं वह लोग अगर आजादी के वक्त होते तो वह आजादी की जगह देश के बंटवारे से जो ट्रेनें रक्तरंजित थी उसे दिखातें।
नोटबंदी को हम इसलिए सीक्रेट रखना चाहते थे कि किसी को यह पता नहीं चले, हम कोई सस्पेंस थ्रिलर नहीं बनाना चाहते थे। देश जब बड़े बदलाव की ओर जा रहा है तो किसी ना किसी को तो तकलीफ उठानी ही पड़ेगी, यह उन्हीं लोगों के लिए है जो लाइन में लगे हैं।
क्या
आप
कभी
लालकिले
से
बोलेंगे
मैं
चने
के
छाड़
पर
नहीं
चढ़ुंगा,
पार्टी
में
मुझसे
वरिष्ठ
कई
नेता
हैं,
हम
सब
प्रधानमंत्री
मोदी
के
पीछे
चट्टान
की
तरह
खड़े
हैं
और
वह
देश
का
विकास
करेंगे।
यूपी
चुनाव
में
खत्म
होगी
कालेधन
की
राजनीति
यूपी
के
चुनाव
में
देश
के
अंदर
परिवार
और
जाति
की
राजनीति
समाप्त
होने
वाली
है।
देश
की
जनता
काम
करने
वाली
राजनीति
की
ओर
आगे
बढ़ेगी।
यह
बहुत
बड़ा
चुनावी
बदलाव
आने
वाला
है।
यूपी चुनाव में हमारी तैयारी अच्छी चल रही है। चुनाव में फायदा एक घटना से नहीं मिलता है, बल्कि सरकार के समूचे काम से पार्टी को फायदा मिलता है। नोटबंदी के फैसले में जनता हमारे साथ है।
यूपी चुनाव में अकेले मायावती और अखिलेश को दिक्कत नहीं होगी, जैसे सबको दिक्कत होगी हमें भी दिक्कत होगी। हम चाहते हैं कि कालाधन चुनाव से जाए। हम चाहते हैं कि कालाधन चुनावी राजनीति से बाहर हो जाए, जिसमें दमखम होगा वह चुनाव जीत जाएगा।
ऐसी
सर्जिकल
स्ट्राइक
पहली
बार
हुई
सर्जिकल
स्ट्राइक
से
पहले
भी
जवान
शहीद
होते
थे,
लेकिन
आज
फर्क
ये
पड़ा
था
कि
हमने
संदेश
दिया
है
कि
हम
उनकी
सीमा
में
घुसकर
कार्रवाई
की
है।
लेकिन
कोई
जवान
शहीद
होता
है
तो
उसे
राजनीति
का
मुद्दा
नहीं
बनाना
चाहिए।
पहले
सिर्फ
हमारे
जवान
शहीद
होते
थे
लेकिन
अब
उनके
भी
होते
हैं
और
हमारे
से
ज्यादा।
हम
विदेश
के
कालाधन
पर
भी
करेंगे
कार्रवाई
पहली
बार
राजनीतिक
सहमति
से
सेना
ने
सर्जिकल
स्ट्राइक
की
है,
जिसमें
सेना
का
शौर्य
भी
है
और
यह
पहली
बार
हुआ
है।
हमारी
सीमा
पर
कोई
छेड़छाड़
करेगा
तो
हम
बर्दाश्त
नहीं
करेंगे।
7
नवंबर
की
शाम
तक
सारी
पार्टियां
पूछती
थी
मोदी
जी
आपने
काले
धन
के
लिए
क्या
किया
और
अब
कहते
हैं
कि
कालाधन
के
लिए
क्यों
किया,
वैसे
ही
जब
हम
विदेश
में
जमा
काले
धन
पर
कार्रवाई
करेंगे
तो
लोग
यही
बात
कहेंगे।
कूप
होता
तो
दिल्ली
में
होता
कोलकाता
में
नहीं
ममता
बनर्जी
ने
अगर
इजाजत
नहीं
दी
थी
सेना
की
एक्टिविटी
के
लिए
तो
उन्होंने
रोकने
की
बात
भी
नहीं
कही
थी।
अगर
कूप
था
तो
दिल्ली
में
होता
कोलकाता
में
क्यों
में
क्यों
होता।
30
दिसंबर
के
बाद
खत्म
हो
जाएगा
कालाधन
30
दिसंबर
के
बाद
कोई
भी
कालाधन
नहीं
बचेगा।
जो
सरकार
ने
पेनाल्टी
की
योजना
दी
है
उसके
तहत
बैंक
में
जमा
कीजिए,
वरना
घर
में
रखा
पैसा
बेकार
हो
जाएगा।
देश
को
नई
उंचाइयों
पर
ले
जाने
के
लिए
बड़ी
छलांग
की
जरूरत
है,
धीमी
चाल
से
देश
को
गरीबी
और
पिछड़ेपन
से
बाहर
नहीं
निकला
जा
सकता
है।
मैं
मनमोहन
सिंह
जी
को
देखने
के
बाद
अर्थशास्त्री
नहीं
बनना
चाहता
हूँ।
मनमोहन
सिंह
को
जवाब
देना
होगा
चाय
वाले
प्रधानमंत्री
ने
देश
की
जीडीपी
7
से
उपर
पहुंचा
दी
है,
मैं
मनमोहन
सिंह
का
सम्मान
करते
हैं,
लेकिन
मैं
मनमोहन
सिंह
जी
से
पूछना
चाहता
हूं
कि
जब
आप
छोड़कर
गए
थे
60
करोड़
लोग
गरीबी
रेखा
से
नीचे
थे।