TDP से मिले झटके के बीच इस सहयोगी का BJP को मिला साथ
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में सत्ताधारी तेलगु देशम पार्टी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का साथ छोड़ दिया है। TDP ने NDA का साथ आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर छोड़ा है। हालांकि NDA को एक सहारा मिला है। पंजाब की पूर्व सरकार में भाजपा के साथ सरकार बनाने वाले अकाली दल ने कहा है कि वो NDA का दामन नहीं छोड़ेंगे। अकाली दल नेता नरेश गुजराल ने कहा है कि अकाली दल पंजाब में भाजपा के साथ अपना गठबंधन जारी रखेगा क्योंकि यह न केवल राजनीतिक गठबंधन पर है बल्कि एक सामाजिक गठजोड़ भी है। हम हिंदू-सिख बंधुत्व में कोई भी उलझन नहीं करना चाहते हैं और इसके लिए यह गठबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। वहीं TDP के गठबंधन छोड़ने पर गुजराल ने कहा कि अगर सरकार चन्द्रबाबू नायडू की मांगों को समझती है, तो सरकार अभी भी टीडीपी की वापसी करा सकती है। साल 2014 में भाजपा की जीत में क्षेत्रीय दलों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन अब उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।
गौरतलब है कि विशेष पैकेज नहीं मिलने से नाराज टीडीपी ने एनडीए से समर्थन वापस लेने का फैसला किया। इसी के साथ एनडीए और टीडीपी का चार साल पुराना साथ खत्म हो गया। केंद्र सरकार से बाहर होने के बाद अब तेलुगू देशम पार्टी ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन से बाहर हो गई है। उधर शुक्रवार को संसद में मोदी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाएगा। YSR कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया है। इस समय TDP के लोकसभा में 16 सदस्य हैं।
वहीं वाईएसआर के 9 लोकसभा सदस्य हैं। इसके साथ ही चार साल पुरानी मोदी-नायडू का दोस्ती टूट गई। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि राज्य के हित में केंद्र सरकार के खिलाफ किसी भी अविश्वास प्रस्ताव का वह समर्थन करेंगे। आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज नहीं मिलने से नाराज टीडीपी इस मुद्दे पर शुक्रवार को बैठक करेगी। वाईएसआर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है।