चुनाव में मोदी से ज्यादा पैसा बहा चुके हैं अजय राय
'आप' प्रत्याशी अरविंद केजरीवाल 9.96 लाख खर्चकर दूसरे स्थान पर हैं। भाजपा पीएम पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी का चुनाव खर्च 6.04 लाख, बसपा के विजय प्रकाश जायसवाल का खर्च 5.11 लाख सिमटकर रह गया। भाकपा के डा. हीरालाल यादव का चुनाव खर्च 1.21 लाख।
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निर्वाचन आयोग के व्यय प्रेक्षक श्रीनिवासु के पक्कू की अध्यक्षता में शुक्रवार को विकास भवन सभागार में चली समीक्षा बैठक में व्यय लेखा-जोखा लेकर वाराणसी संसदीय सीट के 42 उम्मीदवारों में से 30 ही हाजिर हुए। इस तरह बारह उम्मीदवार गैरहाजिर रहे। उनके खर्च का हिसाब-किताब उपलब्ध नहीं हो पाया। समीक्षा के दौरान व्यय प्रेक्षक के लाइजिन अफसर मनोज कुमार सिंह के अलावा व्यय के नोडल अफसर राममूर्ति द्विवेदी, सदन गोपाल मिश्र आदि मौजूद रहे।
व्यय प्रेक्षक के सामने हाजिर हुए सभी 30 उम्मीदवारों व उनके प्रतिनिधियों की ओर से प्रस्तुत किया गया चुनाव व्यय का लेखा-जोखा पूरी तरह से गड़बड़ मिला। आलम यह रहा कि किसी प्रत्याशी ने तय समय से खाता नहीं खोला या फिर अपूर्ण व्यय लेखा प्रस्तुत किया। ज्यादातर के व्यय लेखा का मिलान बैंक पासबुक से नहीं हो पाया। खर्च संबंधी वाउचर तक नहीं दिखे तो सभी के खर्च का भुगतान बैंक खाते से नहीं होने की बात सामने आई।
निर्वाचन खर्च दिखाने में गड़बड़ी के मामले में सभी 30 उम्मीदवारों को प्रेक्षक की ओर से नोटिस भेजा जाएगा। साथ ही गैरहाजिर रहे 12 उम्मीदवारों को अलग से नोटिस जारी होगा। इनके वाहन पास जब्त करने के साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
आप-भाजपा-सपा खर्च ब्यौरा अधूरा -
व्यय प्रेक्षक श्रीनिवासु के पक्कू का कहना है कि भाजपा व आप के चुनाव खर्च का अभी सत्यापन होना बाकी है। वहीं सपा प्रत्याशी कैलाश चौरसिया की ओर चुनाव खर्च का विवरण तो दिया गया लेकिन वह पूरी तरह से अधूरा था। सभी प्रत्याशियों की ओर से प्रस्तुत किए गए व्यय का लेखा-जोखा न केवल निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर डाल दिया गया बल्कि जिला निर्वाचन दफ्तर के सूचना बोर्ड पर भी चस्पा कर दिया गया है।
दिलचस्प बात है कि भाजपा पर अनाप-शनाप खर्च का आरोप लगाने वाली कांग्रेस अजय राय के खर्च ब्यौरे के साथ बैकफुट पर आ गई है। अब भाजपा ने सीधा प्रहार करते हुए राय पर हमले तेज कर दिए हैं, साथ ही अपनी पीठ थपथपाना शुरु कर दिया है।