'भारत में 30 साल में पहली बार...' एयरटेल चीफ सुनील मित्तल ने ऐसा क्यों कहा ?
एयरटेल के प्रमुख सुनील मित्तल ने कहा कि 30 साल के अनुभव में पहली बार Ease of Doing BUsiness सही मायनों में देखा गया है। airtel sunil mittal ease of doing business india
नई दिल्ली, 18 अगस्त : Ease of Doing Business के मामले में एयरटेल के संस्थापक सुनील मित्तल ने कहा कि 5जी स्पेक्ट्रम का आवंटन शानदार अनुभव रहा है। ये सही मायनों में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की मिसाल है। उन्होंने कहा, भुगतान के कुछ घंटों के भीतर 5जी स्पेक्ट्रम आवंटित करने का केंद्र सरकार का फैसला सराहनीय है। उन्होंने कहा, टेलिकॉम सेक्टर में 30 साल के करियर में पहली बार बिना दौड़-भाग के इतनी आसानी से व्यवसाय हुआ है।
भारत में Ease of Doing Business
एयरटेल के संस्थापक और अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा, कोई उपद्रव नहीं, कोई फॉलो अप नहीं, सियासी गलियारों में कोई दौड़-भाग नहीं कोई लंबे-चौड़े दावे नहीं है। यह सही मायनों में Ease of Doing Business है। व्यापार करने में काफी आसानी हुई है।
30 साल में पहली बार
भारती मित्तल ने कहा, अपेक्षित भुगतान के कुछ घंटों के भीतर 5जी स्पेक्ट्रम आवंटित करना केंद्र सरकार का सक्रिय दृष्टिकोण है। उन्होंने सरकार के Ease of Doing Business की दिशा में की गई पहल की प्रशंसा की है। मित्तल ने गुरुवार को कहा, दूरसंचार विभाग में मेरे 30 से अधिक वर्षों के पहले अनुभव में ऐसा पहली बार हुआ है !
देश के विकास पर सुनील मित्तल
एयरटेल के मुखिया ने टेलिकॉम डिपार्टमेंट के अनुभव के आधार पर कहा, व्यवसाय जैसा होना चाहिए वैसा हो रहा है। लीडरशिप काम कर रही है। दूरसंचार विभाग में भी लीडरशिप है। क्या बदलाव है ! ये ऐसा परिवर्तन है जो राष्ट्र बदल सकता है। एक विकसित राष्ट्र बनने के सपनों को शक्ति दे सकता है।
समय से 4 साल पहले भुगतान
बता दें कि टेलिकॉम ऑपरेटर भारती एयरटेल ने बुधवार को दूरसंचार विभाग को हाल ही में संपन्न 5G स्पेक्ट्रम नीलामी प्राप्त स्पेक्ट्रम के लिए बकाया राशि भुगतान करने डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम पहुंचे। उन्होंने 8,312.4 करोड़ रुपये का भुगतान किया। एयरटेल ने निर्धारित समय से 4 साल पहले ही बकाया भुगतान कर दिया है।
5जी पर टेलिकॉम मंत्री ने क्या कहा
एयरटेल का दावा है कि कंपनी इस महीने के अंत में 5जी सेवा शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इससे पहले सरकार ने कहा कि उसने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को स्पेक्ट्रम आवंटन पत्र जारी किए हैं। कंपनियों को 5 जी सेवाओं के रोलआउट के लिए तैयार करने के लिए कहा है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कू पर लिखा, 5जी अपडेट : स्पेक्ट्रम असाइनमेंट लेटर जारी किया गया है। टेलिकॉम सर्विस पोवाइडर (TSPs) से 5जी लॉन्च की तैयारी के लिए अनुरोध किया गया है।
5G क्या है, 4जी से कैसे अलग
गौरतलब है कि 5जी स्पेक्ट्रम आवंटन के साथ, भारत हाई-स्पीड 5G दूरसंचार सेवाओं को शुरू करने के अंतिम चरण में है। 5G टेलिकॉम तकनीक में पांचवीं पीढ़ी के मोबाइल नेटवर्क के लिए इस्तेमाल होता है। इस तकनीक से बहुत तेज गति से डेटा प्रसारित किया जा सकेगा। 5G की शुरुआत के बाद खनन, वेयरहाउसिंग, टेलीमेडिसिन और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में दूरस्थ डेटा निगरानी में और अधिक विकास होने की उम्मीद है। इंटरनेट स्पीड के मामले में तकनीकी एक्सपर्ट्स का मानना है कि 5जी सेवाएं 4जी से करीब 10 गुना तेज होने की उम्मीद है। भारत में शुरुआती 5G सेवाएं सितंबर-अक्टूबर तक शुरू हो जाएंगी।
5जी स्पेक्ट्रम में एयरटेल के अलावा कौन ?
फाइव जी स्पेक्ट्रम नीलामी में भारती एयरटेल के अलावा तीन प्रमुख भागीदार रिलायंस जियो, अदानी समूह और वोडाफोन आइडिया हैं। दूरसंचार विभाग को हाल ही में संपन्न हुई नीलामी से कुल ₹ 1.50 लाख करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं। ऑक्शन की शुरुआत में ₹ 80,000-90,000 करोड़ राजस्व का अनुमान लगाया गया था। यह पहली बार है कि गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अदानी समूह, जिसने हाल ही में दूरसंचार क्षेत्र में कदम रखा है, ने 5G दूरसंचार स्पेक्ट्रम नीलामी की बोली प्रक्रिया में भाग लिया।
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