अगले हफ्ते भारत आएंगे 6 नए राफेल विमान, फ्रांस जाकर वायुसेना प्रमुख दिखाएंगे हरी झंडी
नई दिल्ली, अप्रैल 17: पिछले एक साल से भारत अपने रक्षा क्षेत्र को मजबूत करने में लगा हुआ है, जहां चीन से विवाद के बाद से राफेल लड़ाकू विमानों के आने का सिलसिला जारी है। इस प्रोजेक्ट के तहत अब तक 14 लड़ाकू विमान फ्रांस से भारत को मिल गए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि अलगे हफ्ते 6 नए विमान भी भारत पहुंच जाएंगे। इस बार इन विमानों को अंबाला की जगह पश्चिम बंगाल के हासिमारा स्क्वाड्रन में तैनात किए जाने की योजना बनाई गई है।
जानकारी के मुताबिक वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश भदौरिया 20 अप्रैल को फ्रांस की यात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान 21 अप्रैल को वो दक्षिणी-पश्चिमी फ्रांस के मरिग्नैक-बोर्डो एयरबेस से 6 लड़ाकू विमानों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। ये विमान इस बार भी अंबाला में उतरेंगे, लेकिन बाद में इनकी तैनाती हासिमारा एयरबेस पर कर दी जाएगी। जिससे ये वहीं से पूर्वी सीमा की रखवाली करेंगे। पहले इन विमानों के 28 अप्रैल को भारत आने की योजना थी, लेकिन वायुसेना प्रमुख के दौरे को देखते हुए इस तय वक्त से पहले रवाना कर दिया जाएगा।
वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत ने 36 विमानों का सौदा फ्रांस से किया था। जिसमें से 14 विमान भारत को मिल गए हैं, जो अंबाला बेस से ऑपरेशनल हैं। अब 6 नए विमान आने से इनकी संख्या 20 हो जाएगी। ये वायुसेना को 18 विमानों के साथ अंबाला में 117 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन को पूरा करने और 2 चौथे पीढ़ी के प्लस-फाइटर जेट के साथ दूसरा स्क्वाड्रन शुरू करने में सक्षम करेगा। अभी के प्लान के हिसाब से नए विमानों को भी अंबाला में ही लैंड करवाया जाएगा। बाद में वो पश्चिम बंगाल जाएंगे।
पूर्वोत्तर
की
सीमा
पर
पहरा
जरूरी
आपको
बता
दें
कि
पिछले
साल
मई
में
लद्दाख
और
सिक्किम
में
चीनी
सेना
के
साथ
भारत
का
विवाद
हुआ
था।
कुछ
दिनों
बाद
सिक्किम
में
मामला
शांत
हो
गया,
लेकिन
लद्दाख
में
हालात
अभी
भी
तनावपूर्ण
बने
हुए
हैं।
अंबाला
एयरबेस
पर
पर्याप्त
विमान
होने
के
बाद
अब
नए
विमानों
को
बंगाल
के
एयरबेस
पर
तैनात
करने
की
योजना
बनाई
जा
रही
है,
ताकी
अरुणाचल,
सिक्किम
से
लगती
सीमाओं
की
सुरक्षा
मजबूत
की
जा
सके।