20 जुलाई से एम्स कोरोना के स्वदेशी टीके कोवाक्सिन का शुरू करेगा ह्यूमन ट्रायल
नई दिल्ली। ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की एथिक्स कमेटी ने शनिवार को कोरोना वायरस की स्वदेशी वैक्सीन कोवाक्सिन को ह्मयूमन ट्रायल की अनुमति दे दी है। एम्स में सेंटर फॉर कम्युनिटी मेडिसिन में प्रोफेसर डॉक्टर संजय राय ने बताया कि सोमवार से अस्पताल स्वस्थ्य लोगों का पंजीकरण शुरू करेगा। आज हमे एम्स कि स्वदेशी कोवाक्सिन टीके को एथिक्स कमेटी से ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति मिल गई है। हम सोमवार से पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। हम स्वस्थ्य लोगों का चयन करेंगे जिनमे कोरोना का कोई इतिहास नहीं है। इस शोध में 18 से 55 वर्ष के लोगों को पंजीकृत किया जाएगा।
एम्स की एथिक्स कमेटी ने कुछ दिन पहले इसको लेकर चिंता जाहिर की थी, इसपर डॉक्टर संजय राय का कहना है कि इन चिंताओं को दूर कर लिया गया है, जिसके बाद पैनल ने इसके ह्यूमन ट्रायल की अनुमति दी है। कोई भी स्वस्थ्य व्यक्ति जो इस ट्रायल में हिस्सा लेना चाहता है वह अपना आवेदन ईमेल के जरिए भेज सकता है। उसे [email protected] पर मेल करना होगा या फिर वह 7438847499 पर मैसेज या फोन भी कर सकता है। इस ट्रायल के पहले और दूसरे चरण में 100 लोगों को शामिल किया जाएगा। हमने कुछ लोगों को पहले पहले ही रजिस्टर कर लिया है, जिन्होंने इसमे शामिल होने की इच्छा जाहिर की है। सोमवार से हमारी टीम इन लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण शुरू करेगी, इसके बाद इन्हें यह टीका दिया जाएगा। यह ट्रायल 12 जगहों पर किया जाएगा। इस ट्रायल को पटना एम्स में शुरू किया जा चुका है।
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बता दें कि भारत में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 10 लाख के पार पहुंच चुकी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने शनिवार को बताया कि देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो चुका है। आईसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 34,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए और जिसके बाद अब भारत में कुल मिलाकर 10.38 लाख का आंकड़ा पार कर चुका है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने शनिवार को कहा कि भारत में कोविड -19 का सामुदाय में प्रसार शुरू हो गया है और स्थिति बहुत खराब हो चुकी है। इस बयान को आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया के चेयरपर्सन डॉ वीके मोंगा को सौंपते हुए, रिपोर्ट में कहा "यह अब एक खतरनाक वृद्धि है"।
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