AIADMK के दोनों धड़ों का विलय, पन्नीरसेल्वम बने डिप्टी सीएम
खबर है कि सोमवार शाम को ही ओ पन्नीरसेलंवम तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
नई दिल्ली। पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत के बाद दो धड़ों में बंटी AIADMK एक बार फिर एक हो गई है। तमिलनाडु के सीएम पलानीसामी और पन्नीरसेल्वम ने AIADMK के दोनों धड़ों के मर्जर का एेलान कर दिया है। मर्जर के बाद पन्नीरसेल्वम गुट सरकार में शामिल हुुआ है। ओ पन्नीरसेल्वम ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
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पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन के बाद अन्नाद्रमुक दो धड़ों में बंट गई थी। विलय के बाद पन्नीसेल्वम को डिप्टी सीएम बनाया गया है।इसके अलावा उनके पास वित्त मंत्रालय का भी प्रभार होगा। विलय के बाद ई पलानीसामी ने कहा, 'ओ पन्नीरसेल्वम पार्टी के संयोजक होंगे और मैं सह-संयोजक रहूंगा।' उन्होंने कहा, '11 सदस्यों की समिति पार्टी को चलाएगी और हमारी प्राथमिकता पार्टी के चुनाव चिह्न को वापस लेने की होगी। हम अम्मा के वादों को पूरा करेंगे।'
पलानीसामी ने कहा, 'अम्मा ने कहा था कि मेरे बाद अन्नाद्रमुक 100 सालों से अधिक तक चलेगी। हम यह पूरा कर दिखाएंगे।' पन्नीरसेल्वम गुट ने विलय के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त रखी थी, जिसके तहत शशिकला और उनके परिवार के सदस्यों को पार्टी से बर्खास्त किया जाना था।
पिछले साल दिसंबर में जे जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके दो गुटों में बंट गई थी। जयललिता की मौत के बाद मुख्यमंत्री पद और पार्टी में महासचिव पद के लिए जबरदस्त संघर्ष हुआ था। पन्नीरसेल्वम गुट ने पार्टी में विलय के लिए तीन शर्ते रखी थीं, जिसे पलानीसामी गुट ने लगभग मान लिया है। शर्तों में शशिकला व उनके परिवार के सदस्यों को पार्टी से बाहर रखने, जयललिता के निधन की न्यायिक जांच कराने और जयललिता के आवास को स्मारक में बदलने की बात शामिल है। कुछ दिन पहले पन्नीरसेल्वम गुट ने एक प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव में दिनाकरन को उप महासचिव के रूप में नियुक्ति को अनुचित, अस्वीकार्य व अवैध घोषित किया गया था। प्रस्ताव को दिनाकरन ने चुनौती दी थी। दिनाकरन ने दावा किया कि उसके पास 20 विधायकों का समर्थन है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि शशिकला की खुद की महासचिव के तौर पर नियुक्ति निर्वाचन आयोग के जांच के घेरे में है।